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पटना में महिला एवं बाल विकास निगम की ओर से कार्यशाला का हुआ आयोजन, कार्यस्थल पर महिलाओं की सुरक्षा पर की गई चर्चा

BIHAR NEWS : महिला एवं बाल विकास निगम, बिहार के द्वारा महिलाओं की सुरक्षा के सम्बंध में एक कार्यशाला का आयोजन किया गया।

पटना में महिला एवं बाल विकास निगम की ओर से कार्यशाला का हुआ आयोजन, कार्यस्थल पर महिलाओं की सुरक्षा पर की गई चर्चा

PATNA : आज विद्युत भवन, पटना के मुख्य सभागार में महिला एवं बाल विकास निगम, बिहार के द्वारा महिलाओं की सुरक्षा के सम्बंध में एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला में निगम के प्रतिनिधियों द्वारा कार्यस्थल पर यौन उत्पीड़न, घरेलू हिंसा तथा महिला सुरक्षा से सम्बंधित प्रावधानों पर जानकारी दी गयी। इस कार्यशाला में बिहार स्टेट पावर होल्डिंग कम्पनी लिमिटेड एवं ऊर्जा विभाग की महिला कर्मियों एवं अधिकारियों ने भाग लिया। कार्यशाला में कार्य स्थल पर यौन हिंसा के विरूद्ध अपेक्षित कार्रवाईयों के विषय में विस्तार से जानकारी दी गई। कार्यशाला की अध्यक्षता समाज कल्याण विभाग की अपर मुख्य सचिव एवं अध्यक्ष-सह-प्रबंध निदेशक महिला एवं बाल विकास निगम हरजोत कौर बम्हरा ने किया। इस अवसर पर पंकज कुमार पाल, सचिव ऊर्जा विभाग एवं अध्यक्ष-सह-प्रबंध निदेशक, बिहार स्टेट पावर होल्डिंग कंपनी लिमिटेड प्रबंध निदेशक, साउथ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड महेन्द्र कुमार, प्रबंध निदेशक, नाॅर्थ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी निलेश रामचन्द्र देवरे भी उपस्थित थे। 

कार्यक्रम के दौरान कार्यस्थल पर यौन-उत्पीड़न के विरूद्ध लघु फिल्म दिखाये गये। अपर मुख्य सचिव, समाज कल्याण विभाग ने ऊर्जा विभाग, बिहार स्टेट पावर होल्डिंग कम्पनी लिमिटेड एवं अनुषंगी कम्पनियों के सभी कर्मियों को कार्यस्थल पर यौन-उत्पीड़न प्रतिबंध पर ऑन लाईन कोर्स करने का सुझाव दिया। इस पर पंकज कुमार पाल, सचिव ऊर्जा एवं अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक बिहार स्टेट पावर होल्डिंग कम्पनी लिमिटेड ने सभी कर्मियों को एक महीने के अंदर इस ऑन लाईन कोर्स को पूरा करने का निर्देश दिया। बिहार स्टेट पावर होल्डिंग कम्पनी लिमिटेड एवं इसकी अनुषंगी कम्पनियों में महिला कर्मियों एवं अधिकारियों ने बिहार के बिजली सुधार के व्यापक अभियान में काफी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उन्होंने विद्युत उत्पादन, वितरण एवं संचरण तीनों प्रक्षेत्रों में पुरूष कर्मियों के साथ कंधे से कंधे मिलाकर कार्य किया है। राज्य सरकार के किसी भी संगठन की तुलना में ऊर्जा परिवार की महिला सदस्यों ने बेहतर प्रदर्शन किया है। बिहार स्टेट पावर होल्डिंग कंपनी एवं अनुषंगी कम्पनियों ने महिला कर्मियों की संख्या लगभग 2000 है। वर्ष 2017 से पटना स्थित करबिगहिया ग्रिड सब स्टेशन जैसा राज्य का सबसे महत्वपूर्ण ग्रिड सब स्टेशन का संचालन अब केवल महिला कर्मियों द्वारा ही किया जा रहा है। इस ग्रिड में सहायक विद्युत अभियंता, कनीय विद्युत अभियंता, सभी टेक्नीशियन एवं सुरक्षा प्रहरी महिलाएं हैं। इसी कड़ी में गत वर्ष राज्य के तीन और ग्रिड उपकेन्द्रों चंदौती, (गया), सबौर (भागलपुर) एवं दीघा (पटना) को भी पूर्णतः महिला संचालित ग्रिड के रूप में परिवर्तित कर दिया गया है। महिला सशक्तिकरण का यह उदाहरण न केवल बिहार ने बल्कि पूरे देश में अनोखा है। इसकी सराहना पूर्व केन्द्रीय विद्युत मंत्री भारत सरकार ने स्वयं आकर यहाँ की थी।

इसके अतिरिक्त विद्युत वितरण कम्पनियों में भी अनेक विद्युत प्रमण्डल महिलाओं के नेतृत्व में चलाये जा रहे हैं। राज्य विद्युत प्रणाली के परिचालन एवं अनुरक्षण, परियोजना क्रियान्वयन, राजस्व संग्रहण, वितरण एवं लेखा, आई0टी0 तथा मानव संसाधन एवं प्रशासन में भी महिलाओं का उत्कृष्ट योगदान है। सचिव, ऊर्जा विभाग, बिहार सरकार पंकज कुमार पाल ने बताया कि ऊर्जा विभाग एवं बिहार स्टेट पावर होल्डिंग कम्पनी लिमिटेड महिलाओं की सुरक्षा एवं सम्मान के लिए सतत् प्रतिबद्ध है। यहाँ ऊर्जा विभाग एवं सभी विद्युत कम्पनियों के स्थानीय कार्यालयों में भी कार्यस्थल पर महिला यौन उत्पीड़न प्रतिषेध अधिनियम में प्रावधानित आंतरिक समितियों का गठन किया गया है। इन समितियों के द्वारा नियमित बैठक कर मामलों का निष्पादन किया जा रहा है। 

बिहार स्टेट पावर होल्डिंग कम्पनी लिमिटेड के आंतरिक समिति की अध्यक्ष श्रीमती प्रियंका कुमारी, विद्युत अधीक्षण अभियंता ने बताया कि ऊर्जा विभाग एवं बिहार स्टेट पावर होल्डिंग कम्पनी लिमिटेड के अंतर्गत महिलाओं की सुविधा एवं उनके सम्मान तथा सुरक्षा के लिए अनेक महत्वपूर्ण कदम उठाये गये हैं। उन्होंने बताया कि कंपनी प्रबंधन द्वारा महिलाओं के प्रति अत्यंत ही संवेदनशील दृष्टिकोण रखते हुए उन्हें हर कदम पर लगातार सकारात्मक सहयोग दिया जाता है। यहाँ महिलाओं के सभी प्रकार के अवकाशों को त्वरित रूप से स्वीकृत किया जाता है तथा उनके कार्य स्थल को अत्यंत ही मनोनूकूल बनाया गया है। उन्होंने बताया कि यहाँ प्रत्येक वर्ष अंतरर्राष्ट्रीय महिला दिवस का बड़े पैमाने पर आयोजन किया जाता है, जिसमें महिला विद्युत कर्मियों का सम्मानित भी किया जाता है। खेलकूद से लेकर कला संस्कृति तक सभी क्षेत्रों में विद्युत परिवार की महिलाएँ काफी बढ़ चढ़ कर हिस्सा ले रही हैं जो पूरे राज्य के लिए एक अनुपम उदाहरण है। 

विद्युत भवन में महिलाओं के लिए अपने कर्तव्य के उपरांत आराम के लिए एक विशेष कक्ष ‘विथिका’ का निर्माण कराया गया है, जो बिहार की एक अनोखाी पहल है। विद्युत भवन-3 में ही कार्य स्थल पर एक बड़े ‘क्रेच’ की व्यवस्था की गई है, जिसमें महिलाओं के बǔचों को विशेष सुविधाओं के साथ रखा जाता है। प्रत्येक तल पर पुरूषों की संख्या के बराबर ही महिलाओं के लिए भी शौचालयों का निर्माण कराया गया हैं। इसके अतिरिक्त महिलाओं के स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान देते हुए कार्यालय में नियमित रूप से स्वास्थ्य शिविर भी लगाया जाता है। इस प्रकार बिहार के ऊर्जा परिवार की महिला कर्मियों ने न केवल ‘सशक्तिकरण’ का एक नया माॅडल प्रस्तुत किया है, बल्कि यहाँ का सुरक्षित माहौल एवं बेहतर कार्य संस्कृति ने राज्य के अन्य संगठनों को भी नयी राह दिखाई है।

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