Bihar News : गायकों को नोटिस भेजने पर भड़के कृषि मंत्री रामकृपाल यादव, कहा-हार की जिम्म्मेवारी कलाकारों पर डाल रहा राजद

Bihar News : गायकों को नोटिस भेजने पर भड़के कृषि मंत्री रामकृ

GOPALGANJ : तेजस्वी यादव के चुनाव प्रचार में सिंगरों द्वारा गाए गए गीत को लेकर उठे विवाद पर अब सियासत तेज हो गई है। बिहार सरकार के कृषि मंत्री रामकृपाल यादव और बैकुंठपुर के विधायक मिथिलेश तिवारी ने तेजस्वी यादव और राजद पर करारा हमला बोला है। कृषि मंत्री रामकृपाल यादव ने तेजस्वी यादव पर तीखा प्रहार करते हुए कहा कि - "यह कैसी नीच सोच है कि अपनी हार की जिम्मेदारी कलाकारों पर डाल दी जाए? यही राजद और महागठबंधन की असली सोच है, जिसके कारण उनकी यह हालत हुई है और आगे भी यही दुर्दशा रहने वाली है। विपक्ष की यह सोच अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है।" रामकृपाल यादव ने आरोप लगाया कि जनता का विश्वास खोने के बाद अब राजद बौखलाहट में अनर्गल बयानबाजी कर रहा है। 

वहीं इस विवाद में बैकुंठपुर के विधायक मिथिलेश तिवारी ने भी तेजस्वी यादव को सीधी नसीहत दे डाली। उन्होंने कहा - "गीत तो इन्हीं लोगों ने गंवाई है। जो लिखकर कलाकारों को दिया गया था, वही उन्होंने गाया। इसमें कलाकारों की क्या गलती? बिहार की जनता ने तेजस्वी यादव के नए फॉर्म को पूरी तरह नकार दिया है। "उन्होंने आगे तीखा तंज कसते हुए कहा - "मैं तेजस्वी यादव को सलाह दूंगा कि पहले जाकर किसी हाई स्कूल में एडमिशन लीजिए… मैट्रिक ठीक से पास कीजिए... फिर रामकृपाल यादव जी की जीवनी पढ़िए। आज रामकृपाल यादव सुशासन के प्रतीक हैं, और तेजस्वी यादव कुशासन के प्रतीक।" 

मिथिलेश तिवारी ने राजद पर कटाक्ष जारी रखते हुए कहा - "राजद में आज बिल्ली खंभा नोचे वाली कहावत चरितार्थ हो रही है। कहीं बहन रोते हुए घर छोड़कर जा रही है, कहीं भाई पार्टी छोड़ रहा है… और अब कलाकारों को दोष दिया जा रहा है। जिले के अध्यक्ष से लेकर कार्यकर्ता तक पार्टी छोड़कर भाग रहे हैं।" उन्होंने दावा किया कि राजद अब पूरी तरह बिखराव की स्थिति में है। "केवल लालू जी का बेटा होना सत्ता की गारंटी नहीं है। सत्ता पाने के लिए जनता का विश्वास जीतना पड़ता है, चरित्र दिखाना पड़ता है और यह सब इन लोगों में बिल्कुल नहीं है।" 

तेजस्वी यादव के प्रचार के दौरान सिंगरों के गीत पर विवाद से शुरू हुआ मामला अब सियासी वार-पलटवार में बदल गया है। एक ओर राजद इसे राजनीतिक साजिश बता रहा है, तो दूसरी ओर एनडीए नेता इसे तेजस्वी यादव के नेतृत्व की विफलता करार दे रहे हैं। फिलहाल इस बयानबाजी ने बिहार की राजनीति में नई गर्माहट जरूर ला दी है।

गोपालगंज से नमो नारायण की रिपोर्ट