मणिभूषण शर्मामुजफ्फरपुर में जब हाईटेक स्वास्थ्य विभाग की पोल खुली तो अब अपनी कमियां को छुपाने के लिए एक पीएचसी प्रभारी ने अनोखा फरमान जारी कर दिया है। जहां पीएचसी के दीवार पर एक पोस्टर लगा कर पीएचसी परिसर के अंदर फोटो और वीडियो बनाने पर पाबंदी लगाने का आदेश जारी कर दिया है। जिसके बाद अब वरीय अधिकारियों द्वारा जांच कर कारवाई की बात कही गई है।
मुजफ्फरपुर के पीएचसी में डॉक्टर के जगह गार्ड कर रहे थे इलाज
दरअसल पूरा मामला मुजफ्फरपुर जिले के मुशहरी पीएचसी का है जहा की बीते दिनों सड़क दुर्घटना में घायल मुशहरी थाना क्षेत्र के विंदा गांव निवासी सुशील कुमार जिनका मुसहरी के पीएचसी में पूर्व से ही इलाज चल रहा था । जब वह अपना रूटीन ईलाज कराने पहुंचे तो उनका इलाज डॉक्टर के जगह पर पीएचसी में तैनात गार्ड के द्वारा किया गया जिसका किसी ने वीडियो बना कर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया ।
सिविल सर्जन ने कहा जांच कर होगी कार्रवाई
वीडियो वायरल होने के बाद मुजफ्फरपुर के सिविल सर्जन डॉक्टर अजय कुमार ने कहा था कि मामला संज्ञान में आया है जिसके बाद पत्र निर्गत कर मुसहरी के पीएचसी प्रभारी से जवाब मांगा गया है कि आखिर किस परिस्थिति में डॉक्टर की जगह गार्ड के द्वारा उपचार किया जा रहा था ।
अब मामले के बाद पीएचसी प्रभारी का अनोखा फरमान
वीडियो वायरल होने के बाद जब मुजफ्फरपुर के सिविल सर्जन डॉक्टर अजय कुमार के द्वारा जांच के लिए पत्र निर्गत किया गया तो अब मुसहरी के पीएचसी प्रभारी के द्वारा एक अनोखा फरमान जारी कर दिया गया है। जिसमें पीएचसी के दीवाल पर एक पोस्टर लगाकर साफ तौर पर उसमें आदेश दिया गया है कि पीएचसी परिसर के अंदर किसी भी व्यक्ति के द्वारा फोटो ग्राफी या फिर वीडियो ग्राफी नहीं की जाएगी।
पीएचसी प्रभारी द्वारा अनोखा फरमान जारी करने को लेकर जब मीडिया की टीम ने मुजफ्फरपुर के सिविल सर्जन डॉक्टर अजय कुमार से बातचीत की तो सिविल सर्जन ने साफ तौर पर कहा कि इस तरह का कोई भी निर्देश वरीय पदाधिकारी के द्वारा नहीं दिया गया है। अगर इस तरह का कोई भी मामला संज्ञान में आता है तो फिर उस पर जांच कर कार्रवाई की जाएगी।
मुजफ्फरपुर से मणिभूषण शर्मा की रिपोर्ट