अभी त्योहार का समय चल रहा है। ऐसे में लोग कई तरह की मिठाईयां, भूने-तले खाना खाना, पकवान खाने से डाइजेशन खराब हो सकता है। इससे कई बार पेट दर्द, गैस और मतली की समस्या हो सकती है। असल में इन एक-दो दिनों में हमारे शरीर में इतना सारा मैदा, चीनी और फैट जमा हो जाता है कि यह शरीर में टॉक्सिन की तरह रिएक्ट करता है। बहुत मीठा और नमकीन खाने से ब्लड शुगर लेवल और बीपी स्पाइक कर जाते हैं। इसलिए शरीर इन टॉक्सिन्स को बाहर निकालने की कोशिश करने लगता है। नतीजतन उल्टी और पेट खराब की समस्या हो सकती है। अगर हम चाहें तो अपनी लाइफस्टाइल और खानपान में कुछ बदलाव करके शरीर को इस डिटॉक्स प्रोसेस में मदद कर सकते हैं। इससे हम किसी भी अप्रिय स्थिति से बच सकते हैं।
पानी करता है शरीर को डिटॉक्स
दुनिया का सबसे अच्छा डिटॉक्सिंग एजेंट पानी है। यह हमारे शरीर में टॉक्सिन्स से हुए नुकसान को रिपेयर करने में मदद करता है। इस रिपेयर के दौरान शरीर को एनर्जी की काफी जरूरत होती है, जबकि इस दौरान हम कम भोजन कर रहे होते हैं। ऐसे में पानी हमारे द्वारा पहले खाई चीजों को एनर्जी के रूप में ब्रेक करने में मदद करता है। इसके अलावा शरीर में मौजूद टॉक्सिन्स को वेस्ट के रूप में बाहर निकालने के लिए भी पानी की जरूरत होती है। ये यूरिन या मल के साथ बाहर निकलते हैं। इसलिए इस दौरान रोजाना पानी की जरूरत से 2 गिलास अधिक पानी पीने की सलाह दी जाती है।
एक्सरसाइज
पकवान और मिठाइयों से हमारे शरीर में एक्स्ट्रा एनर्जी और फैट जमा हो जाता है। इन ढेर सारी एक्स्ट्रा कैलोरी को बर्न करने के लिए एक्सरसाइज आसान उपाय है। अगर एक्सरसाइज करने में समस्या हो रही है तो लॉन्ग वॉक पर निकल सकते हैं। इस दौरान निकले पसीने से भी बहुत से टॉक्सिन्स बाहर निकल जाते हैं।
खट्टे फल
शरीर से टॉक्सिन्स बाहर निकालने में विटामिन-C से भरपूर फल और सब्जियां बहुत मदद करते हैं। खास बात ये है कि विटामिन-C खुद एक पॉवरफुल एंटीऑक्सिडेंट भी होता है। इसके अलावा यह कमजोर हुई इम्यूनिटी को भी मजबूत करता है। इसके लिए हम खट्टे फल खा सकते हैं या इनका जूस बनाकर पी सकते हैं। सबसे आसाना और सस्ता उपाय है नींबू-पानी। अगर दिन भर में दो नींबू का रस भी पानी के साथ पी रहे हैं तो डिटॉक्सिफिकेशन की प्रक्रिया बहुत आसान हो जाएगी।