: जानें डॉक्टर के बताए तरीके
छोले, प्याज, पत्ता गोभी जैसे फूड्स पोषण से भरपूर होते हैं लेकिन इन्हें पचाना कई लोगों के लिए मुश्किल हो सकता है। गैस, पेट दर्द, एसिडिटी और बादी जैसी समस्याएं इन खाद्य पदार्थों के गलत पकाने से बढ़ सकती हैं। आयुर्वेदिक डॉक्टर वारालक्ष्मी के अनुसार, सही तरीके से इन चीजों को पकाने से न केवल इन्हें आसानी से पचाया जा सकता है, बल्कि शरीर को इनसे पूरा पोषण भी मिल सकता है।
छोले से गैस क्यों होती है और इसे पकाने का सही तरीका
छोले प्रोटीन का बेहतरीन स्रोत हैं, लेकिन इन्हें पचाना कठिन हो सकता है। गैस और बादी से बचने के लिए छोले पकाने के दौरान इसमें तेज पत्ता और जावित्री डालें। ये मसाले न केवल छोले को जल्दी पकाने में मदद करते हैं, बल्कि पाचन को भी आसान बनाते हैं।
पत्ता गोभी: घी और अजवायन का करें इस्तेमाल
सर्दियों में पत्ता गोभी सेहत के लिए बेहद फायदेमंद होती है। लेकिन इसे सही तरीके से पकाना जरूरी है। पत्ता गोभी को घी में पकाएं और एक चुटकी अजवायन डालें। इससे पाचन आसान होगा और गैस की समस्या से राहत मिलेगी।
प्याज और लहसुन: सही मसालों के साथ पकाएं
प्याज और लहसुन खाने का स्वाद तो बढ़ाते हैं, लेकिन इन्हें गलत तरीके से पकाने पर गैस और पेट फूलने की समस्या हो सकती है। इसे घी में जीरा और सौंफ के साथ भूनें। यह न केवल इन मसालों के स्वाद को बेहतर बनाएगा, बल्कि गैस की समस्या से भी बचाएगा।
टमाटर: बीज निकालें और हल्दी डालें
टमाटर, जो कि एक एसिडिक फूड है, पचाने में भारी हो सकता है। इसे पकाने से पहले इसके बीज निकालें और घी में हल्दी डालकर भूनें। इससे यह न केवल आसानी से पच जाएगा, बल्कि इम्यून सिस्टम को भी मजबूत बनाएगा।
मसालेदार खाना: कोकोनट मिल्क का करें इस्तेमाल
तेज मिर्च और मसालेदार खाना एसिडिटी और गैस की समस्या पैदा कर सकता है। इसे कोकोनट मिल्क या घी के साथ पकाएं। यह खाने को आसानी से पचाने में मदद करता है और पेट के लिए हल्का बनाता है।
खाने और सोने में रखें अंतर
गैस और पाचन की समस्या से बचने के लिए खाने और सोने के बीच कम से कम 2 घंटे का अंतर जरूर रखें। यह शरीर को खाने को पचाने के लिए पर्याप्त समय देता है।
निष्कर्ष
गैस और पाचन संबंधी समस्याएं केवल गलत तरीके से खाना पकाने के कारण होती हैं। छोले, पत्ता गोभी, लहसुन और टमाटर जैसे भारी खाद्य पदार्थों को सही मसालों और विधियों के साथ पकाने से न केवल इनसे मिलने वाला पोषण बढ़ता है, बल्कि गैस, एसिडिटी और पेट दर्द की समस्याएं भी दूर होती हैं।
डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। किसी भी समस्या के लिए विशेषज्ञ से परामर्श लें।