Bihar Naxalite: बिहार पुलिस को मिली बड़ी सफलता! जमुई के वांटेड नक्सली को दबोता, काफी दिनों से था अंडरग्राउंड, जानें कैसे हुआ गिरफ्तार
Bihar Naxalite: जमुई जिले के चरकापत्थर थाना क्षेत्र से कई नक्सली मामलों में वांछित नक्सली मनोज हांसदा को गिरफ्तार किया गया है। उसकी पत्नी मीना कोड़ा भी नक्सली संगठन की सदस्य है और फरार है। पुलिस पूछताछ में जुटी है।

Bihar Naxalite: बिहार के जमुई जिले में नक्सल विरोधी अभियान के तहत बड़ी सफलता मिली है। चरकापत्थर थाना क्षेत्र के बरमोरिया जंगल से कुख्यात नक्सली मनोज हांसदा को गिरफ्तार कर लिया गया है। मनोज हांसदा पिछले एक दशक से अधिक समय से नक्सली गतिविधियों में सक्रिय था और उसके खिलाफ कई थानों में गंभीर मामले दर्ज हैं।
गुप्त सूचना पर की गई कार्रवाई
चरकापत्थर थानाध्यक्ष विशाल कुमार सिंह और एसएसबी अधिकारियों को एक गुप्त सूचना मिली थी कि मनोज हांसदा अपने किसी करीबी से मिलने जंगल में आएगा। सूचना मिलते ही एसएसबी और पुलिस की संयुक्त टीम ने बरमोरिया जंगल में घेराबंदी शुरू की। शनिवार तड़के एक संदिग्ध को भागते देख जवानों ने उसे दौड़ाकर पकड़ लिया। पूछताछ में पता चला कि वह वांछित नक्सली मनोज हांसदा है, जिस पर पहले से न्यायालय द्वारा वारंट जारी था।
पत्नी मीना कोड़ा भी नक्सली, फिलहाल भूमिगत
पुलिस ने बताया कि मनोज हांसदा की पत्नी मीना कोड़ा भी एक सक्रिय नक्सली है और भूमिगत है। उसके खिलाफ भी कई नक्सली घटनाओं में प्राथमिकी दर्ज है। अब जब मनोज पुलिस की गिरफ्त में है, तो उससे पूछताछ कर उसकी पत्नी के ठिकानों का भी पता लगाने की कोशिश की जा रही है।
मनोज हांसदा के खिलाफ लंबा आपराधिक इतिहास
गिरफ्तार नक्सली मनोज हांसदा पर चरकापत्थर, खैरा समेत कई थानों में गंभीर नक्सली मुकदमे दर्ज हैं। जैसे:
कांड संख्या 87/13 और 119/13 (चरकापत्थर थाना)
कांड संख्या 50/12 (खैरा थाना)
जमुई सिविल कोर्ट और अपर जिला एवं सत्र न्यायालय द्वारा गिरफ्तारी वारंट भी जारी था. इन सभी मामलों से स्पष्ट है कि मनोज ने लगभग 12 साल पहले यानी 2012-2013 में नक्सली गतिविधियों में भाग लेना शुरू किया था, जब वह महज 21-22 वर्ष का था। ऐसा माना जा रहा है कि 18-19 वर्ष की उम्र में ही वह संगठन में शामिल हो गया था।
शादी के बाद पत्नी भी जुड़ी संगठन से
स्थानीय सूत्रों के अनुसार, मनोज की शादी के बाद उसकी पत्नी मीना कोड़ा भी नक्सली संगठन से जुड़ गई। मीना अब भी फरार है और पुलिस उसकी गिरफ्तारी के प्रयास तेज कर चुकी है। इस ऑपरेशन को सुरक्षा एजेंसियों की एक बड़ी उपलब्धि के रूप में देखा जा रहा है।