Bihar Politics : राजद के दिग्गज नेता जगदा बाबू का लोगों ने किया पुतला दहन, कॉलेज पर कब्ज़ा करने का लगाया आरोप

Bihar Politics : अपने ही गृह जिले में राजद के दिग्गज नेता जगदानंद सिंह का लोगों ने पुतला दहन किया. इस दौरान लोगों ने कॉलेज पर कब्जा करने का आरोप लगाया है.....पढ़िए आगे

Bihar Politics : राजद के दिग्गज नेता जगदा बाबू का लोगों ने क
जगदानंद सिंह का पुतला दहन - फोटो : DEVBRAT

KAIMUR : राजद के पुराने एवं दिग्गज नेता एवं बक्सर सांसद सुधाकर के पिता जगदानंद सिंह का अपने गृह जिला कैमूर के मोहनिया में लोगों ने जमकर विरोध किया। लोगों ने उनके साथ उनके बेटे डॉ पुनीत सिंह पर महाराणा प्रताप कॉलेज पर कब्जा करने एवं शिक्षकों के सहयोग से छात्रों से अवैध पैसा वसूली करने का आरोप लगाया। विरोध में पुतला फूंका और मुर्दाबाद के जमकर लगाये।

वहीं धरना प्रदर्शन पर मौजूद मोहनिया महाराणा प्रताप कॉलेज बचाव समिति के अध्यक्ष विकाश कुमार एवं स्थानीय वार्ड सदस्य राहुल सिंह एवं स्थानीय विनय सिंह ने बताया कि इस कॉलेज का निर्माण स्व डॉ श्याम सुंदर सिंह के द्वारा शिक्षा संस्थान के द्वारा दे दिया गया था। जिसका निर्माण भी कराया गया, लेकिन अब इस पर कुछ लोगों द्वारा अपने पावर का फायदा उठाकर कब्जा करने की कोशिश किया जा रहा है। 

उन्होंने राजद नेता जगदानंद सिंह और उनके बेटे डॉ पुनीत सिंह पर आरोप लगाते हुए कहा कि अपने राजनीति के तहत मोहनिया महाराणा प्रताप कॉलेज के प्रिसिपल महातिम सिंह और शिक्षक डॉ लक्ष्मण सिंह के सहयोग से और उनकी मिलीभगत से एमपी कॉलेज पर कब्जा करना चाहते हैं। यहीं नहीं इनकी मिलीभगत के कारण बीएड के एक 100 छात्रों से 15 सौ के हिसाब से 15 लाख रुपए लिया गया है जो पैसा डॉ लक्ष्मण सिंह पैकेट मनी बनाकर गबन कर लिए हैं। यही नहीं प्रैक्टिकल के नाम पर भी इनके द्वारा छात्रों से दो से ढाई लाख रुपए का गमन कर लिया गया है। इसी के विरोध में आज हम लोगों ने जगदानंद सिंह और उनका बेटा पुनीत सिंह कॉलेज के प्रिसिपल महातिम सिंह और शिक्षक लक्षण सिंह का धरना प्रदर्शन कर पुतला दहन किए हैं।

इसलिए हमारी मांग है कि छात्रों से फ़ीस और प्रैक्टिकल के नाम पर अवैध वसूली बंद किया जाए। यही नहीं इस शिक्षा संस्थान में कुछ अपराधिक किस्म के लोग भी अपना इंटरटेनमेंट कर रहे हैं। जिसकी वजह से पुनीत सिंह एमपी कॉलेज पर कब्जा करने की कोशिश कर रहे हैं। अगर ऐसा ही हाल रहा तो हम लोग आंदोलन करने के लिए बाध्य हो जाएंगे और जरूरत पड़ी तो कॉलेज में तालाबंदी भी करेंगे। लेकिन इस कॉलेज को राजनीतिक हाथों में नहीं जाने देंगे।

कैमूर से देवब्रत की रिपोर्ट