Bihar Politics: 'एक-दो साल में देश हो जाएगा गुलाम!' सुधाकर सिंह का सत्ता पर विस्फोटक हमला, कहा- 'एक-दो साल में यह मुल्क अपने ही घर में कैदी बन जाएगा', सासाराम से उठेगी ‘वोटर अधिकार यात्रा’
Bihar Politics:कैमूर की धरती पर किसान महासम्मेलन के मंच से बक्सर के राजद सांसद सुधाकर सिंह ने वह चेतावनी दी है जिसने सत्ता गलियारे की नींद उड़ा दी है।

Bihar Politics:कैमूर की धरती पर किसान महासम्मेलन के मंच से बक्सर के राजद सांसद सुधाकर सिंह ने वह चेतावनी दी है जिसने सत्ता गलियारे की नींद उड़ा दी है। मनिहारी (भभुआ प्रखंड) में आयोजित राजद के किसान महासम्मेलन में पहुंचे सुधाकर सिंह ने कहा कि देश आर्थिक तंगी से जूझ रहा है,बेरोजगारी चरम पर है और अब तो जनता का वोट देने का अधिकार भी छीना जा रहा है।
सुधाकर सिंह ने तीखा हमला बोलते हुए कहा कि ऐसा ही रवैया रहा तो आने वाले एक-दो साल में देश गुलाम हो जाएगा। सांसद ने सबसे पहले किसानों की समस्याओं को लेकर राज्य और केंद्र सरकार दोनों पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि कैमूर के किसानों की सिंचाई व्यवस्था पूरी तरह चरमराई हुई है।बेतरी नहर में पानी नहीं दिया जा रहा।4 करोड़ की योजना पास हो चुकी है, लेकिन काम आज तक शुरू नहीं हुआ।सोन नदी को कोहिरा डैम से जोड़ने का परियोजना वर्षों से अधर में लटका है।सुधाकर सिंह ने कहा कि अगर यह परियोजना चालू कर दी जाती तो कैमूर के किसान सूखे और सिंचाई की मार से मुक्त हो जाते। लेकिन सरकार किसानों की नहीं सुन रही, सिर्फ बड़े पूंजीपतियों के इशारे पर नीतियां बना रही है।
सांसद ने जनता को आगाह करते हुए कहा कि यह सिर्फ किसान ही नहीं, बल्कि लोकतंत्र का भी सवाल है।उनके अनुसार, बिहार में 65 लाख वोटरों के नाम मतदाता सूची से काट दिए गए हैं।उन्होंने चुनाव आयोग और केंद्र सरकार पर गंभीर आरोप लगाया कि जब भाजपा गठबंधन की सरकार को हार का डर है तो सीधे जनता का वोट ही छीन लिया जा रहा है।
सुधाकर सिंह ने कहा कि अगर जनता का वोट छीन लिया गया, तो यह देश गुलामी की ओर बढ़ जाएगा। एक-दो साल में यह मुल्क अपने ही घर में कैदी बन जाएगा।
सुधाकर सिंह ने मंच से घोषणा की कि इस तानाशाही रवैये के खिलाफ ‘वोटर अधिकार यात्रा’ निकाली जाएगी।यह यात्रा सासाराम से कल शुरू होगी।इसमें राहुल गांधी और तेजस्वी यादव शामिल होंगे।यात्रा 16 दिनों तक चलेगी और 18 जिलों में पहुंचेगी।सांसद ने कैमूर जिले के कार्यकर्ताओं से अपील की कि वे इस आंदोलन में शामिल होकर जनता का अधिकार वापस दिलाने की लड़ाई में हिस्सा लें।
सुधाकर सिंह का पूरा भाषण किसानों और लोकतंत्र दोनों को लेकर गहरी चिंता का इज़हार था। उन्होंने कहा कि सरकार किसानों को सिंचाई का पानी नहीं दे रही।करोड़ों की योजनाएं फाइलों में दबाकर रखी गई हैं और अब जनता का वोट तक छीन लिया जा रहा है।उनकी चेतावनी साफ थी कि अगर हालात ऐसे ही रहे तो देश एक नए गुलामी काल में प्रवेश कर जाएगा।यह गुलामी विदेशी नहीं, बल्कि अपने ही हुक्मरानों की तानाशाही से होगी।
रिपोर्ट- देवब्रत तिवारी