PATNA : आज पूरे विश्व में पहली बार विश्व ध्यान दिवस या वर्ल्ड मेडिटेशन डे का आयोजन किया गया। इसी कड़ी में जिला परिवहन कार्यालय पटना में भी विश्व ध्यान दिवस के अवसर पर आर्ट ऑफ लिविंग द्वारा भाव योग एवं ज्ञान कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में पटना डीटीओ उपेंद्र पाल ने कहा कि योग के माध्यम से शांति एवं स्वस्थ जीवन का संदेश दिया गया। उन्होंने कहा कि बच्चों, युवाओं एवं बुजुर्गों के मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को दुरुस्त करने का एक प्रयास है। आर्ट ऑफ लिविंग का यह प्रयास काफी सराहनीय है। उन्होंने नियमित रूप से रोज योग एवं ज्ञान करने का सुझाव दिया ताकि योग एवं ध्यान से अधिक से अधिक लोग लाभान्वित हो सके। इस मौके पर राजयोगिनी ब्रह्मा कुमारी अंजू दीदी, सीनियर ब्रदर बी के रविन्द्र, ब्रम्ह कुमार सुशील भाई आदि मौजूद रहे।
बताते चलें की इसी साल 6 दिसंबर को संयुक्त राष्ट्र महासभा ने सर्वसम्मति से एक प्रस्ताव पारित कर 21 दिसंबर को विश्व ध्यान दिवस घोषित किया। भारत ने इस प्रस्ताव को सर्वसम्मति से पारित कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इस प्रस्ताव का पारित होना ऐसे समय में शांति, स्थिरता और मानव कल्याण को बढ़ावा देने की आवश्यकता को रेखांकित करता है, जब विश्व संघर्षों और पीड़ा का सामना कर रहा है। यह ध्यान की परिवर्तनकारी क्षमता की वैश्विक स्वीकृति का एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर भी है।
भारतीय परंपरा में 21 दिसम्बर को उत्तरायण के आरंभ के रूप में देखा जाता है, जो ध्यान और आंतरिक चिंतन के लिए एक शुभ समय माना जाता है। इसके ठीक छह महीने बाद 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाता है। पटना जिला परिवहन कार्यालय में आयोजित इस कार्यक्रम में डीटीओ उपेंद्र पाल ADTO विनोद कुमार, जिले के MVI और ESI मौजूद रहे। वहीँ कार्यालय के कर्मियों ने भी इसमें बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया।
वंदना की रिपोर्ट