Madhepura fire accident: मधेपुरा में सिलेंडर ब्लास्ट से भीषण अगलगी, 10 परिवारों के घर जलकर राख

Madhepura fire accident: मधेपुरा जिले के सिंहेश्वर थाना क्षेत्र के लक्ष्मीनिया टोला में सिलेंडर ब्लास्ट से भीषण अगलगी हुई। 10 परिवारों के घर जल गए और 10 लाख से अधिक की संपत्ति का नुकसान हुआ।

Madhepura fire accident
सिलेंडर ब्लास्ट से भीषण अगलगी- फोटो : social media

Madhepura fire accident:  बिहार के मधेपुरा जिले के सिंहेश्वर थाना क्षेत्र के लालपुर सरोपट्टी पंचायत अंतर्गत लक्ष्मीनिया टोला वार्ड नंबर 14 में शुक्रवार की रात भीषण अगलगी की घटना ने पूरे गांव को दहला दिया। रात लगभग आठ बजे घटी इस घटना में 10 परिवारों के घर पूरी तरह जलकर राख हो गए। घटना से करोड़ों की संपत्ति का नुकसान हुआ और गांव में हाहाकार मच गया।

कैसे लगी आग रसोई गैस सिलेंडर बना वजह

स्थानीय लोगों के अनुसार रिंकी देवी अपने घर में खाना बना रही थी। खाना पकाने के दौरान अचानक गैस सिलेंडर में आग पकड़ ली और देखते ही देखते सिलेंडर ब्लास्ट कर गया। धमाके की आवाज़ से पूरा गांव दहशत में आ गया। सिलेंडर ब्लास्ट के बाद आग तेजी से फैल गई और आसपास के घरों को अपनी चपेट में ले लिया।दमकल विभाग की तीन गाड़ियां मौके पर पहुंचीं, लेकिन आग की लपटें इतनी तेज थीं कि उसे काबू में करना मुश्किल हो रहा था। समाचार लिखे जाने तक आग पर पूरी तरह से काबू नहीं पाया जा सका था।

प्रभावित परिवार और नुकसान का अंदाज़ा

अगलगी की चपेट में आए घरों में सूरज मंडल, सातेन मंडल, मंटून मंडल, ईश्वर मंडल, बोआ कामेत, गोविन्द कामे, सीओ मंडल, सचिन मंडल, अविनेश मंडल और बिलचा मंडल के मकान शामिल हैं।बताया गया कि रिंकी देवी के घर में लगभग दो लाख रुपये नकद रखे गए थे, जो आग की भेंट चढ़ गए। यह रकम उन्होंने जमीन बेचकर घर में रखी थी। इसके अलावा घरों में रखे कपड़े, अनाज, फर्नीचर और कीमती सामान भी जलकर राख हो गए। प्रशासन के प्रारंभिक अनुमान के अनुसार 10 लाख रुपये से अधिक की संपत्ति का नुकसान हुआ है।

मौके पर हालात और प्रशासन की लापरवाही

गांव में आग लगते ही अफरातफरी का माहौल बन गया। लोग घरों से सामान निकालने की कोशिश करते रहे, लेकिन आग की तीव्रता इतनी थी कि किसी को कुछ भी बचाने का समय नहीं मिला।दमकल की गाड़ियां घटनास्थल पर पहुंची, लेकिन ग्रामीणों का आरोप है कि स्थानीय प्रशासन की टीम काफी देर तक मौके पर नहीं पहुंची। प्रशासनिक मदद समय पर न मिलने के कारण लोगों में भारी आक्रोश देखने को मिला।