Bihar Vidhansabha Chunav 2025 : टिकट नहीं मिलने पर शरद यादव के बेटे शांतनु यादव का छलका दर्द, कहा-लालू, तेजस्वी ने बदल दी जुबान

Bihar Vidhansabha Chunav 2025 : मधेपुरा से टिकट नहीं मिलने के बाद शरद यादव के बेटे शांतनु यादव का दर्द छलक गया है. उन्होंने कहा की लालू तेजस्वी ने उन्हें आश्वासन दिया था. लेकिन....

Bihar Vidhansabha Chunav 2025 : टिकट नहीं मिलने पर शरद यादव
शांतनु का छलका दर्द - फोटो : DIWAKAR

MADHEPURA : बिहार विधानसभा चुनाव के दोनों चरणों के लिए नामांकन की प्रक्रिया अब समाप्त हो गयी है। जिन्हें अपने दल से टिकट मिला वे चुनाव प्रचार में जुट गए हैं। लेकिन जिन्हें टिकट नहीं मिला, वे आज भी अफ़सोस कर रहे हैं। बात मधेपुरा विधानसभा क्षेत्र की करते हैं। जहां ये खबर कांफी चर्चा का विषय बन गया है। इस बार टिकट बंटवारे में काफी उलट फेर हुआ है। बहुत जगह तो प्रत्याशी को टिकट देकर छीना भी गया। 

मधेपुरा विधानसभा क्षेत्र की बात करें। तो वरिष्ठ नेता शरद यादव के सुपुत्र शांतनु यादव को राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव, तेजस्वी यादव ने अश्वासन ही नहीं दिया, बल्कि टिकट भी लगभग फाइनल कर दिया था। लेकिन नामांकन दिन टिकट वापस कर निर्वतमान विधायक प्रोफेसर चन्द्रशेखर को टिकट दे दिया। कहीं न कहीं शरद यादव के सपने को लालू यादव ने पूरा नहीं किया। 

शांतनु यादव ने सोशल मीडिया पर विडियो जारी करते हुए कहा है की मधेपुरा लोकसभा का प्रलोभन देकर हमलोगों का जो पार्टी पिताजी ने बनाया था। उनको विलय करवाया। फिर लोकसभा टिकट 2024 में नहीं दिया गया। उसके बाद तेजस्वी ने कहा विधानसभा मधेपुरा क्षेत्र देंगे। जहां इस पर लालू यादव ने भी लगभग मुहर लगा दिया था। लेकिन नामांकन के अंतिम दिन लालू के साथ तेजस्वी ने ज़ुबान को बदल दिया। वहीं खेल हुआ। 

मधेपुरा में निर्वतमान विधायक प्रोफेसर चन्द्रशेखर को टिकट दे दिया, जिससे लोगों में नाराजगी हैं। अब शांतनु यादव ने कहा है की लालू यादव अभिभावक हैं। पर तेजस्वी जुबान के कच्चे है। अब मैं और समर्थक के साथ बैठक कर उचित निर्णय लूंगा। शांतनु ने भावुक होकर कहा की पिता के विरासत को आगे बढ़ाना है। वहीं राजद नेता शिवानंद तिवारी ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए। राजद पार्टी को लेकर नाराजगी जताया है। कहां है। शांतनु को मधेपुरा विधानसभा क्षेत्र से टिकट नहीं दिया राजद पार्टी कहीं न कहीं शरद यादव का कर्ज लालू यादव नहीं चूकाया।

दिवाकर की रिपोर्ट