Pahalgam Terror Attack: मिथिलांचल की धरती मधुबनी से PM मोदी ने भरा हुंकार! पहलगाम में पर्यटकों पर हुए हमले पर आरोपी का न बक्शने का किया दावा, CM नीतीश का भी मिला साथ
पहलगाम आतंकी हमले के बाद पीएम मोदी ने बिहार से आतंकियों को चेतावनी दी कि उन्हें कल्पना से भी अधिक सजा मिलेगी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी आतंकवाद के खिलाफ सरकार के साथ खड़े होने का ऐलान किया।

pahalgam terror attack: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में पर्यटकों पर हुए आतंकी हमले के बाद देश में गुस्से की लहर है। इस कायराना हमले में 26 निर्दोष लोगों की जान गई, जिसने न केवल राष्ट्रीय सुरक्षा को चुनौती दी बल्कि देश की आस्था और आत्मा पर भी गहरा प्रहार किया। ऐसे समय में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार की धरती से एक निर्णायक और कठोर संदेश देकर देशवासियों को यह भरोसा दिलाया है कि आतंकवाद को अब बख्शा नहीं जाएगा।
बिहार से आया आतंकियों के लिए सख्त संदेश
राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस के अवसर पर मधुबनी में आयोजित एक रैली में प्रधानमंत्री मोदी ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि जिन्होंने यह आतंकी हमला किया है, उन्हें कल्पना से भी ज्यादा बड़ी सजा दी जाएगी। उन्होंने कहा कि सरकार इन आतंकियों को खोजेगी, दुनिया के किसी भी कोने से लाएगी और सजा देगी।
पीएम मोदी के शब्दों में दृढ़ता और भावनात्मक अपील दोनों थीं — "भारत हर आतंकवादी और उसके सरगना की पहचान करेगा, उसे खोजेगा और उसे सजा देगा। हम उन्हें धरती के कोने-कोने तक खदेड़ेंगे। आतंकवाद से भारत की आत्मा कभी नहीं टूटेगी।"
नीतीश कुमार का समर्थन
प्रधानमंत्री के इस रुख को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का भी साथ मिला। उन्होंने मंच से ही ऐलान किया कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में उनकी पार्टी सरकार के हर कदम के साथ है। यह बयान केवल राजनीतिक समर्थन नहीं था, बल्कि यह दर्शाता है कि आतंकवाद से लड़ाई अब राजनीतिक सीमाओं से ऊपर उठ चुकी है।नीतीश कुमार का यह रुख केंद्र और राज्य के बीच सुरक्षा के मुद्दे पर एकजुटता का परिचायक है, और यह भी संदेश देता है कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में अब कोई राजनीति नहीं होगी, केवल राष्ट्रहित होगा।
जेडीयू बनाम विपक्ष
जदयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने इस मुद्दे पर विपक्ष खासकर राजद को घेरा और कहा कि उनका रवैया राष्ट्रीय स्वाभिमान के खिलाफ है। उन्होंने तंज करते हुए कहा कि जब देश आतंकवाद से लड़ रहा है, तब विपक्ष राजनीति में व्यस्त है। सदाकत आश्रम में महागठबंधन की बैठक को लेकर उन्होंने पूछा कि क्या तेजस्वी यादव वहां गरुड़ पुराण पढ़ने गए हैं?”जदयू ने यह भी कहा कि पीएम मोदी का यह बयान राष्ट्रीय पुरुषार्थ का परिचायक है, और देश की जनता सरकार के इस संकल्प में पूरी तरह साथ है।
क्या आतंकवाद पर राजनीति उचित है?
देश के अंदर जब भी कोई आतंकी हमला होता है, तो राजनीतिक बयानबाज़ी शुरू हो जाती है। लेकिन पहलगाम हमले के बाद जिस तरह से पीएम मोदी ने एक राष्ट्रवादी रुख अपनाया और नीतीश कुमार समेत कई नेताओं ने समर्थन जताया, वह इस बात का संकेत है कि अब देश के अंदर आतंकवाद पर कोई ढील नहीं दी जाएगी।हालांकि कुछ राजनीतिक दल अभी भी इसे राजनीति का मुद्दा बनाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन जनभावना स्पष्ट है कि आतंकवादियों को बख्शा न जाए, और जो उन्हें समर्थन दे रहे हैं, उन्हें भी देश के सामने बेनकाब किया जाए।"
एकजुट भारत, निर्णायक नेतृत्व
पहलगाम हमले के बाद प्रधानमंत्री मोदी का सख्त रुख और नीतीश कुमार का स्पष्ट समर्थन इस बात का संकेत है कि अब भारत आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक मोड में प्रवेश कर चुका है। यह समय राजनीति करने का नहीं, बल्कि राष्ट्रहित में एक साथ खड़े होने का है।