Bihar News: अपराधियों पर पुलिस का शिकंजा, जेल से छूटे 1000 शातिर बदमाशों की कमर तोड़ने की कवायद, बॉन्ड डाउन और गुंडा परेड से मचा हड़कंप!
Bihar News: बिहार के मोतीहारी जिले में अपराधियों के खिलाफ पुलिस ने अभूतपूर्व सख्ती शुरू कर दी है।

Bihar News: बिहार के मोतीहारी जिले में अपराधियों के खिलाफ पुलिस ने अभूतपूर्व सख्ती शुरू कर दी है। जेल से जमानत पर छूटे शातिर अपराधियों पर नकेल कसने के लिए मोतीहारी एसपी स्वर्ण प्रभात ने नया मास्टर प्लान लागू किया है। पिछले पांच वर्षों में लूट, डकैती और कॉन्ट्रैक्ट किलिंग जैसे संगीन मामलों में जमानत पर रिहा हुए करीब 1000 अपराधियों को चिह्नित कर उनके खिलाफ कड़ा एक्शन लिया जा रहा है। पुलिस इन अपराधियों से 3 से 5 लाख रुपये का बॉन्ड डाउन करवाने के साथ-साथ गुंडा परेड करवा रही है, जिससे जिले के अपराधी खेमे में हड़कंप मच गया है।
एसपी का मिशन: अपराध की कमर तोड़ना
मोतीहारी एसपी स्वर्ण प्रभात ने अपराधियों, शराब माफियाओं, ड्रग्स तस्करों और भू-माफियाओं के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई है। उनके नेतृत्व में तीन चरणों में चले मेगा कुर्की अभियान के तहत अब तक करीब 1000 अपराधियों की संपत्ति कुर्क की जा चुकी है। अब एसपी ने जेल से छूटे शातिर अपराधियों को सबक सिखाने के लिए एक नया अभियान शुरू किया है। इस अभियान के तहत लूट, डकैती और कॉन्ट्रैक्ट किलिंग जैसे गंभीर अपराधों में शामिल रहे 1000 अपराधियों को चिह्नित किया गया है।
क्या है पुलिस की रणनीति?
एसपी स्वर्ण प्रभात के निर्देश पर पुलिस ने निम्नलिखित कदम उठाए हैं: चिह्नीकरण और सत्यापन: पिछले पांच वर्षों में जमानत पर छूटे 1000 अपराधियों की सूची तैयार की गई है। इनका गुंडा परेड करवाकर सत्यापन किया जा रहा है।
बॉन्ड डाउन: प्रत्येक अपराधी से 3 से 5 लाख रुपये का बॉन्ड डाउन करवाया जा रहा है, जिसमें उन्हें भविष्य में अपराध न करने की शपथ लेनी पड़ रही है। यह कार्रवाई BNSS (भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता) की धारा 126/129 के तहत की जा रही है।
डिजिटल डेटाबेस: पुलिस जिला आसूचना इकाई के माध्यम से इन अपराधियों की फोटो, आधार कार्ड, मोबाइल नंबर और अन्य डिटेल्स के साथ एक डिजिटल एल्बम तैयार कर रही है। इससे भविष्य में किसी भी अपराध होने पर तुरंत कार्रवाई की जा सकेगी।
गुंडा परेड: चिह्नित अपराधियों को सार्वजनिक रूप से गुंडा परेड में शामिल किया जा रहा है, जिससे समाज में उनके प्रति डर और पुलिस की सख्ती का संदेश जाए।
अपराधियों में खौफ, पुलिस की सक्रियता
पुलिस की इस सख्त कार्रवाई से जेल से छूटे अपराधियों में खौफ का माहौल है। मोतीहारी में अपराधी अब अपनी हरकतों पर लगाम लगाने को मजबूर हैं। एसपी स्वर्ण प्रभात ने बताया कि अगले एक सप्ताह में यह अभियान पूरा कर लिया जाएगा। उन्होंने कहा, "हमारा मकसद जिले को अपराधमुक्त करना है। जेल से छूटे अपराधियों की हर गतिविधि पर नजर रखी जा रही है। कोई भी अपराध करने की हिम्मत करेगा, तो उसे तुरंत सलाखों के पीछे भेजा जाएगा।"
जिले में अपराध पर लगाम
मोतीहारी में अपराध के आंकड़ों पर नजर डालें तो एसपी स्वर्ण प्रभात के कार्यकाल में लूट, डकैती और हत्या जैसे मामलों में कमी आई है। 2024 में जिले में लूट के 45 और डकैती के 12 मामले दर्ज हुए, जो पिछले वर्ष की तुलना में 20% कम हैं। इस नए अभियान से पुलिस को उम्मीद है कि संगठित अपराध पर और प्रभावी ढंग से लगाम लगाई जा सकेगी।
स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया
मोतीहारी पुलिस का यह अभियान न केवल अपराधियों के लिए चेतावनी है, बल्कि आम नागरिकों में भी सुरक्षा का भरोसा जगा रहा है। एसपी स्वर्ण प्रभात की अगुवाई में चल रहा यह मिशन अगर इसी तरह जारी रहा, तो मोतीहारी जल्द ही अपराधमुक्त जिले की श्रेणी में शामिल हो सकता है। अपराधियों पर शिकंजा कसने की यह अनूठी पहल बिहार के अन्य जिलों के लिए भी एक मिसाल बन सकती है।
रिपोर्ट: हिमांशु कुमार