MUNGER : मुंगेर जिला मुख्यालय से लगभग 7 किलोमीटर दूर सदर प्रखंड स्थित प्रसिद्ध सीताकुंड में आज से एक माह तक चलने वाले माघी मेला की शुरूआत हो गई है। मेले के पहले दिन काफी संख्या में लोग पहुंचे। माघी मेला को लेकर सीताकुंड को आकर्षक अंदाज में संजाया संवारा गया है। पूरे मंदिर और परिसर में आकर्षक लाइटिंग की गयी है। दरअसल मुंगेर के सीता कुंड में माता सीता अग्नि परीक्षा दी थी। जिसकी गवाही कुंड में मौजूद गर्म जल से है। जो हमेशा गर्म ही रहता है। जबकि इसी मंदिर परिसर में भगवान राम, लक्ष्मण, भरत शत्रुघ्न के अलग-अलग कुंड है। जिसका जल बिल्कुल शीतल है। वही सीताकुंड में माघी पूर्णिमा के दिन से आरंभ मेला एक माह तक चलेगा। जिसे देखने काफी दूर दूर से लोग आते है। वही एक माह तक चलने वाले माघी मेला को लेकर सीताकुंड मैदान में डिजनीलैंड लगाया गया है। जिसमें तरह-तरह के झूले लगाए गए है। जबकि जादूगर अपनी जादू से मेला में आये लोगों को आनंदित करेंगे।
यहां पर एक सेल्फी प्वाइंट भी बनाया गया। जहां पर भव्य लाइटिंग के साथ सीताकुंड लिखा हुआ है। जहां पर श्रद्धालु अपनी सेल्फी लेकर सीताकुंड के यादों को अपने साथ ले जायेंगे। इतना ही नहीं यहां पर फूड कॉर्नर बनाया गया है। जहां पर 50 से अधिक दुकानें लगी है। सीताकुंड विकास समिति इस बार माघी मेला को लेकर परिसर में फुलों की बागवानी पर विशेष ध्यान दिया है। परिसर में आकर्षक तरीके से फूलों की क्यारी बनायी गयी हैँ। जिसमें गेंदा, रजनीगन्धा, गुलाब सहित अन्य फूल के पौधे लगे हुए है। वही बता दें कि एक माह तक चलने वाला माघी मेला लकड़ी के लिए प्रसिद्ध है।
यहां बिहार के अन्य हिस्सों से लकड़ी के कारीगर माघी मेला में दुकान लगाने आते है। जिसमें पलंग, सोफा, कुर्सी से लेकर बेलन तक यहां उपलब्ध रहता है। और सस्ते दर पर यहां लोगों को फर्नीचर उपलब्ध होता है। दरअसल सीताकुंड को लेकर लोकमान्यता यह है कि भगवती सीता ने अपनी पवित्रता प्रमाणित करने के लिए यहां पर ही अग्नि परीक्षा दी थी। और अग्नि परीक्षा के बाद यहां पर प्रज्ज्वलित अग्नि गर्म जल में परिणत हो गयी। जहां से सालों भर गर्म जल निकलता रहता है। और पानी हमेशा गर्म रहता है। जो सीताकुंड के नाम से आज देश और दुनिया भर में प्रसिद्ध है। वही सीताकुंड के अलावा भगवान राम समेत चारों भाइयों के नाम पर बनाये गये कुंड का पानी शीतल रहता है। सीताकुंड रामतीर्थ के नाम से भी जाना जाता है।
मुंगेर से इम्तियाज़ की रिपोर्ट