Bihar News : मुजफ्फरपुर में दीपावली और छठ को लेकर मिठाई दुकानों में जिला प्रशासन की टीम ने की छापेमारी, 4.50 लाख वसूला गया जुर्माना
Bihar News : मुजफ्फरपुर में दीपावली और छठ पूजा को लेकर जिला प्रशासन की तीन ने कई मिठाई दुकानों में छापेमारी की. ......पढ़िए आगे

MUZAFFARPUR : दीपावली और छठ जैसे प्रमुख पर्व-त्योहारों के मद्देनजर जिला प्रशासन एक्शन मोड में आ गया है। जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन के सख्त निर्देश पर खाद्य पदार्थों में मिलावट की रोकथाम हेतु त्वरित जांच अभियान चलाया जा रहा है। उन्होंने स्पष्ट कहा है कि आम नागरिकों की सेहत से खिलवाड़ करने वालों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा। त्योहारों के समय मिठाई, दूध, घी, तेल और अन्य खाद्य सामग्री की खपत में भारी वृद्धि होती है। ऐसे में कुछ व्यापारी अवैध लाभ के उद्देश्य से मिलावटखोरी का सहारा लेते हैं, जिससे आम जनता की सेहत पर गंभीर असर पड़ता है। इस स्थिति को ध्यान में रखते हुए जिलाधिकारी श्री सुब्रत कुमार सेन ने सिविल सर्जन को फूड इंस्पेक्टरों की टीम द्वारा शहर के सभी प्रमुख क्षेत्रों में सतत निरीक्षण अभियान चलाने, संदिग्ध खाद्य सामग्री के नमूने लेने और दोषी पाये जाने पर तत्काल विधिक कार्रवाई सुनिश्चित करने का सख्त निर्देश दिया है।
मिठाई दुकानों पर छापेमारी, लिए गए नमूने
जिलाधिकारी के आदेश के आलोक में मंगलवार को मोतीझील और लेनिन चौक इलाके के कई मिठाई दुकानों एवं खाद्य प्रतिष्ठानों की फूड इंस्पेक्टरों की टीम ने जांच की। इस दौरान मिठाई, दूध, खोवा, तेल एवं घी के नमूने लिये गये। जांच में यदि मिलावट या मानक से विचलन पाया गया, तो दुकानों के लाइसेंस रद्द करने के साथ-साथ जुर्माना और अभियोजन भी चलाया जाएगा। जिलाधिकारी ने कहा कि प्रशासन को कई शिकायतें प्राप्त हुई थीं कि त्योहारों के मौके पर कुछ दुकानदार मिठाई एवं अन्य खाद्य सामग्री में मिलावट कर बिक्री कर रहे हैं। इसे गंभीरता से लेते हुए तत्काल जांच का आदेश जारी किया गया है। उन्होंने कहा – “त्योहारों की खुशी में नागरिकों की सेहत के साथ खिलवाड़ करने वालों को किसी भी सूरत में नहीं छोड़ा जाएगा। सभी खाद्य विक्रेता मानक के अनुरूप ही खाद्य सामग्री तैयार करें और बेचें, अन्यथा दंडात्मक कार्रवाई के लिए तैयार रहें।”
अब तक 4.50 लाख का जुर्माना वसूला गया
सिविल सर्जन ने बताया कि जिलाधिकारी के निर्देश पर जिले में खाद्य संरक्षा कार्यक्रम के तहत लगातार निरीक्षण और सैंपलिंग की जा रही है। वित्तीय वर्ष 2024-25 में अगस्त 2025 तक कुल 126 खाद्य सामग्री के नमूने लिये गये थे, जिनमें 9 नमूने अपमिश्रित या मिलावटी पाए गए। इन मामलों में दोषी व्यापारियों पर सरकार द्वारा निर्धारित विधिक प्रक्रिया के तहत कार्रवाई की जा रही है। अब तक कुल ₹4,50,000 का अर्थदंड दोषियों पर अधिरोपित कर वसूला जा चुका है। खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत अब तक 6 नए मामलों को न्यायालय में दर्ज किया गया है, जबकि 83 पुराने मामले पहले से लंबित हैं। इस वर्ष 28 मामलों का निष्पादन किया गया, वहीं 61 मामले अब भी विचाराधीन हैं। जिलाधिकारी ने न्यायालय में लंबित मामलों के शीघ्र निष्पादन के निर्देश देते हुए कहा कि दोषियों को किसी भी स्थिति में राहत नहीं दी जाएगी। जिलाधिकारी सेन ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि दीपावली और छठ पर्व के दौरान तेल-घी विक्रेताओं, दूध डेयरी, नमकीन व मिठाई दुकानों की विशेष निगरानी रखी जाए। उन्होंने कहा कि उपभोक्ताओं को शुद्ध एवं गुणवत्तापूर्ण खाद्य सामग्री उपलब्ध कराना जिला प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने कहा – “त्योहारों के मौके पर कुछ असामाजिक तत्व लाभ कमाने के लिए मिलावट का खेल करते हैं। यह न केवल गैरकानूनी है बल्कि नागरिकों के स्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरा है। ऐसे तत्वों के खिलाफ प्रशासन की कार्रवाई कठोरतम होगी।”
जागरूकता और सतर्कता पर भी जोर
जिलाधिकारी ने उपभोक्ताओं से अपील की है कि वे खरीदारी करते समय खाद्य सामग्री की गुणवत्ता पर ध्यान दें और यदि किसी दुकान में मिलावट या असामान्य गंध, रंग या स्वाद की आशंका हो तो तुरंत जिला प्रशासन या खाद्य सुरक्षा विभाग को सूचित करें। फूड इंस्पेक्टरों की टीमें अब अलग-अलग क्षेत्रों में दुकानों का निरीक्षण करेंगी। जांच के दौरान मिठाई, तेल, घी, दूध उत्पादों के साथ-साथ पैकेटबंद खाद्य पदार्थों की भी सैंपलिंग की जाएगी। जिलाधिकारी ने कहा कि “त्योहारों की रौनक में नागरिकों की सेहत को किसी भी कीमत पर खतरे में नहीं डाला जा सकता। प्रशासन पूरी तरह सजग और सक्रिय है। किसी भी गड़बड़ी पर तुरंत और कठोर कार्रवाई की जाएगी।”
मुजफ्फरपुर से मणिभूषण की रिपोर्ट