Muzaffarpur Fire:शॉट सर्किट से लगी भीषण आग, कई लोगों को स्थानीय लोगों और फायर ब्रिगेड की टीम ने बचाया, कपड़े की दुकान हो गई स्वाहा
Muzaffarpur Fire: कपड़े की दुकान में अचानक भीषण आग लग गई, जिससे अफरा-तफरी मच गई। दुकान के ऊपर बने मकान में फंसे कई लोगों को स्थानीय लोगों और फायर ब्रिगेड की टीम ने बचाया।

Muzaffarpur Fire: मुजफ्फरपुर से बड़ी खबर है। देर रात ब्रह्मपुरा थाना के संजय सिनेमा रोड स्थित प्रेम कुमार सुदामा प्रसाद की कपड़े की दुकान में अचानक भीषण आग लग गई, जिससे अफरा-तफरी मच गई। दुकान के ऊपर बने मकान में फंसे कई लोगों को स्थानीय लोगों और फायर ब्रिगेड की टीम ने बचाया। आग इतनी तेज़ी से फैली कि ऊपरी मंज़िल पर फंसे लोगों में चीख-पुकार मच गई, हालांकि उन्हें सुरक्षित निकाल लिया गया। सूचना मिलते ही दमकल की कई गाड़ियां मौके पर पहुंचीं और घंटों की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। इस घटना में लाखों रुपये के नुकसान का अनुमान है।
फिलहाल, आग लगने का कारण बिजली का शॉर्ट सर्किट बताया जा रहा है। प्रेम कुमार, रोज़ की तरह अपनी दुकान बंद कर घर चले गए थे, और रात होने के कारण आसपास की दुकानें भी बंद थीं। तभी उनकी दुकान से धुआं उठने लगा और देखते ही देखते आग ने विकराल रूप ले लिया। दुकान से उठती लपटों से स्थानीय लोगों में दहशत फैल गई। दुकान के ऊपर पहली मंज़िल पर रह रहे परिवार में चीख-पुकार मच गई। ब्रह्मपुरा थाने के अधिकारी और कर्मी तुरंत मौके पर पहुंचे। स्थानीय लोगों की मदद से फायर ब्रिगेड ने पड़ोस की छत से होते हुए फंसे लोगों को बाहर निकाला। ब्रह्मपुरा चौक से संजय सिनेमा तक हज़ारों लोग सड़क पर जमा हो गए। आग ने पड़ोस की एक झोपड़ी को भी चपेट में ले लिया, जिसमें फंसी एक बुजुर्ग महिला को स्थानीय लोगों ने पीछे के रास्ते से सुरक्षित निकाला।
सूचना मिलने पर जिला अग्निशमन पदाधिकारी त्रिलोक नाथ झा, सहायक अग्निशमन पदाधिकारी विनय कुमार सिंह 10 दमकल गाड़ियों के साथ पहुंचे और पहली मंज़िल से लोगों को निकालकर कमरे में रखे छह बड़े गैस सिलेंडर निकाले। क़रीब ढाई घंटे की कोशिश के बाद आग पूरी तरह बुझाई जा सकी। इस अगलगी में 50 से 60 लाख रुपये की संपत्ति के नुकसान की आशंका है।
अग्निशमन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि देर रात ब्रह्मपुरा थाना क्षेत्र में कपड़े की दुकान में आग लगने की सूचना मिली थी, जिसके बाद कई गाड़ियों ने घंटों प्रयास कर आग पर नियंत्रण पाया।
रिपोर्ट-मणिभूषण शर्मा