MUZAFFARPUR - बिहार में रहस्यमयी चमकी बुखार फिर से लौट आई है. गर्मी बढ़ने के साथ ही मुजफ्फरपुर में बच्चे चमकी बुखार से ग्रसित होने लगे हैं। जिला मुख्यालय स्थित एसकेएमसीएच में चमकी से ग्रसित दो बच्चों को भर्ती कराया गया है। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से अलर्ट मोड में आ गया है और स्वास्थ्य विभाग ने बचाव को लेकर तैयारी शुरू कर दी है।
AES का पीक सीजन आमतौर पर अप्रैल और मई माना जाता है, लेकिन इस बार मार्च से पहले ही मामले सामने आने शुरू हो गए हैं। बीते दो वर्षों में जिले में बेहतर कार्य की वजह से जीरो डेथ पॉलिसी पर काम किया गया था। अब फिर से उसी नीति को दोहराने की योजना बनाई जा रही है।
स्कूलों और आंगनबाड़ी केंद्रों को किया जा रहा प्रेरित
स्वास्थ्य विभाग ने सभी सरकारी स्कूलों और आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चों को AES यानी चमकी बुखार से संबंधित जानकारी देने का अभियान तेज कर दिया है। इसके तहत बच्चों और अभिभावकों को जागरूक करने के लिए विशेष कैंप लगाए जा रहे हैं, ताकि वे बीमारी के लक्षणों को पहचान सकें और समय पर इलाज के लिए नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पहुंच सके।
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि पिछले साल किए गए सफल प्रयासों को इस बार भी दोहराया जाएगा, ताकि बीमारी के मामलों को गंभीर होने से पहले ही रोका जा सके। इसके लिए सभी पीएचसी (प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र) और सीएचसी (सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र) को हाई अलर्ट पर रखा गया है।