Kota suicide: नालंदा के लाल ने कोटा ने दे दी जान! हर्षराज शंकर नाम के छात्र ने किया सुसाइड, जानें वजह
कोटा में नालंदा के रहने वाले मेडिकल एंट्रेंस की तैयारी कर रहे छात्र हर्षराज शंकर ने सुसाइड कर लिया। यह कोटा में इस साल कोचिंग स्टूडेंट के सुसाइड का आठवां मामला है।

Kota Nalanda Boy Committed suicide: राजस्थान का कोटा शहर कोचिंग के लिए फेमस है, जहां देशभर के छात्र पढ़ने के लिए जाते हैं. वहां से एक बार फिर एक दुखद घटना सामने आई है। नालंदा के रहने वाले 17 वर्षीय कोचिंग छात्र हर्षराज शंकर ने सुसाइड कर लिया। यह घटना जवाहर नगर थाना क्षेत्र में हुई, और यह इस साल कोटा में छात्रों द्वारा सुसाइड का आठवां मामला है।
क्यों उठाया हर्षराज ने ऐसा कदम?
थाना प्रभारी राम लक्ष्मण गुर्जर के अनुसार, हर्षराज मेडिकल एंट्रेंस परीक्षा की तैयारी के लिए कोटा में अप्रैल 2024 से रह रहे थे। फिलहाल, सुसाइड के पीछे की वजह का पता नहीं चल पाया है, क्योंकि मौके पर कोई सुसाइड नोट नहीं मिला। हर्षराज अपने चचेरे भाइयों के साथ रह रहे थे और उन्होंने कमरे के पंखे पर एंटी-हैंगिंग डिवाइस होते हुए भी अन्य साधन से अपनी जान दी।
कमरे का गेट तोड़कर निकाला गया शव
पुलिस को घटना की जानकारी हर्षराज के चचेरे भाइयों द्वारा दी गई थी। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और कमरे का दरवाजा तोड़कर हर्षराज को फंदे से उतारा गया। पुलिस ने उनके शव को एमबीएस अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिया है। अब पोस्टमार्टम और आगे की कार्रवाई हर्षराज के परिजनों के कोटा पहुंचने पर ही की जाएगी।
लगातार बढ़ रही हैं कोचिंग छात्रों की सुसाइड की घटनाएँ
हर्षराज शंकर की मौत ने कोटा शहर और यहां के कोचिंग संस्थानों में सुसाइड की बढ़ती घटनाओं पर फिर से सवाल खड़े कर दिए हैं। यह आठवां मामला है जब किसी छात्र ने सुसाइड किया है, जिससे कोचिंग स्टूडेंट्स पर पड़ने वाले मानसिक दबाव को लेकर चिंता बढ़ गई है।
हर्षराज शंकर की सुसाइड
हर्षराज शंकर की सुसाइड की इस दुखद घटना ने कोटा के छात्रों और उनके परिवारों के मानसिक स्वास्थ्य पर फिर से सवाल खड़े कर दिए हैं। कोचिंग छात्रों पर बढ़ते दबाव और मानसिक तनाव की घटनाएं चिंताजनक हैं, और इस दिशा में आवश्यक कदम उठाने की जरूरत है ताकि ऐसी घटनाएं रोकी जा सकें।