एस. सिद्धार्थ ने सुनी शिक्षकों की समस्याएं, उर्दू विद्यालय में निरीक्षण के बाद कही बड़ी बात, फिर सादगी की पेश की मिसाल

ACS S. Siddharth
ACS S. Siddharth- फोटो : news4nation

 ACS S. Siddharth: शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव एस. सिद्धार्थ ने रविवार को नवादा में एक स्कूल का औचक निरिक्षण किया. उन्होंने नवादा के गोनौरी रामकली टीचर ट्रेनिंग कॉलेज में मगध क्षेत्र के शिक्षकों की समस्याएं सुनीं. रजहत गांव के उर्दू विद्यालय में कक्षाओं, बाथरूम, और रसोईघर का निरीक्षण किया.


दरअसल, एस. सिद्धार्थ ने गोनौरी रामकली टीचर ट्रेनिंग कॉलेज में मगध क्षेत्र के शिक्षकों की समस्याएं उनके साथ बेंच पर बैठकर सुनी. सिद्धार्थ की इस प्रकार की सादगी से शिक्षक काफी प्रेरित दिखे. साथ ही शिक्षकों के तबादले के लिए सकारात्मक कदम उठाए गए, और लोगों की समस्या भी सुनी है।  उन्होंने ऑनलाइन कक्षाएं संचालित करने वाले शिक्षकों को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया, जो शिक्षा के डिजिटलकरण को प्रोत्साहित करने वाला कदम है।


उन्होंने रजहत गांव के उर्दू विद्यालय में कक्षाओं, बाथरूम, और रसोईघर का निरीक्षण किया और सब कुछ व्यवस्थित पाया। इसके बाद, एक मदरसे में बच्चों से मुलाकात कर "सलाम वालेकुम" कहकर उनका स्वागत किया, जिससे बच्चों ने भी उत्साहपूर्वक जवाब दिया।  


वहां से लौटने के बाद उन्होंने बख्तियारपुर में आम आदमी वाले जीवन को जीने की नजीर पेश की. दरअसल, बख्तियारपुर में एस. सिद्धार्थ एक लिट्टी-चाय बेचने वाले झोपडी में पहंचे. वहां उन्होंने बिना अपना विशेष परिचय दिए दुकान पर लिट्टी सेंकी. फिर उबलती चाय को भी बनाया. उनकी सहजता और आम लोगों के साथ जुड़ाव का यह अनोखा तरीका न सिर्फ दुकानदार बल्कि आम लोगों को भी हैरान कर गया. हालांकि जब लोगों ने जाना कि उनके बीच लिट्टी सेंकने और चाय बनाने वाले शख्स बिहार के शीर्ष आईएएस अधिकरियों में एक एस. सिद्धार्थ हैं तो  स्थानीय लोगों ने उनकी इस अनोखी कार्यशैली की सराहना की.

अमन की रिपोर्ट