नवादा में गैस का कहर, पेट्रोल पंप पर सीएनजी रिसाव से मची अफरातफरी, दहशत में लोग
सीएनजी पेट्रोल पंप पर गैस रिसाव की घटना ने पूरे इलाके में हड़कंप मचा दिया। आधी रात अचानक फैली गैस की तेज़ बू ने आसपास के लोगों को सकते में डाल दिया। देखते ही देखते पूरा इलाक़ा दहशत और खौफ़ के साये में आ गया।...

Bihar News: नवादा ज़िले के फतेहपुर थाना क्षेत्र में गुरुवार की रात एक सीएनजी पेट्रोल पंप पर गैस रिसाव की घटना ने पूरे इलाके में हड़कंप मचा दिया। आधी रात अचानक फैली गैस की तेज़ बू ने आसपास के लोगों को सकते में डाल दिया। देखते ही देखते पूरा इलाक़ा दहशत और खौफ़ के साये में आ गया।
गैस रिसाव की भनक लगते ही पेट्रोल पंप संचालक और स्थानीय लोग हड़बड़ी में बाहर निकल पड़े। घटना की सूचना मिलते ही अग्निशमन विभाग की टीम पूरी ताक़त के साथ मौके पर पहुँची। दमकलकर्मियों ने बग़ैर वक्त गंवाए कार्रवाई शुरू की और तक़रीबन एक घंटे की जानलेवा मशक़्क़त के बाद स्थिति को काबू में कर लिया।
फायर ब्रिगेड अधिकारी मुकेश कुमार ने बताया कि गैस का रिसाव अगर और कुछ देर तक जारी रहता तो यह मामला एक भयानक विस्फोट में तब्दील हो सकता था। उन्होंने कहा कि हमारी टीम ने त्वरित कार्रवाई कर गैस लीकेज पर नियंत्रण पाया। वक़्त रहते हालात पर काबू न पाते तो यह हादसा बड़े क़हर में बदल जाता। सीएनजी गैस बेहद हल्की होती है और हवा में जल्दी फैल जाती है, लेकिन इस दौरान ज़रा सी चिंगारी भी आग के भयानक मंजर को जन्म दे सकती थी। इलाके के लोग पूरी रात ख़ौफ़ और बेचैनी में रहे।
स्थानीय प्रशासन ने तुरंत आसपास की भीड़ को हटाया और इलाके को सील कर दिया। कई किलोमीटर दूर तक पुलिस की नाकेबंदी कर दी गई। राहत की बात यह रही कि इस ख़तरनाक वाक़ये में किसी की जान नहीं गई और न ही कोई बड़ा आर्थिक नुकसान हुआ।नवादा समेत बिहार के कई ज़िलों में पेट्रोल पंप पर सुरक्षा इंतज़ामों की पोल पहले भी खुलती रही है। सीएनजी जैसे संवेदनशील ईंधन में जरा सी लापरवाही जनहानि और भारी तबाही का सबब बन सकती है।
फिलहाल प्रशासन ने इस घटना की जांच शुरू कर दी है। पंप मालिक और स्टाफ से पूछताछ की जा रही है ताकि पता लगाया जा सके कि रिसाव का असली कारण क्या था।नवादा की इस घटना ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि बेपरवाही और लापरवाही की क़ीमत कभी भी भारी पड़ सकती है। अगर फायर ब्रिगेड समय पर न पहुंचती तो फतेहपुर की रात शायद क़यामत की रात बन जाती।
रिपोर्ट- अमन कुमार