Bihar News: बिहार के नवादा में महावीर मार्केट स्थित नूतन उदया फाउंडेशन ने एक अनूठी परंपरा को जीवंत रखा है। जहां सरस्वती पूजा से लेकर प्रतिमा विसर्जन तक की सभी रस्में सिर्फ महिलाओं द्वारा संपन्न की जाती हैं। इस पंडाल में पुरुषों की एंट्री वर्जित होती है। फाउंडेशन की संचालक प्रगति श्रीवास्तव के नेतृत्व में आयोजित इस पूजा में पुरुषों की भागीदारी पूरी तरह वर्जित है।
ब्राह्मण महिला कराती हैं पूजा
विशेष बात यह है कि यहां पूजा के लिए महिला ब्राह्मण को आमंत्रित किया जाता है। महिलाओं ने भजन-कीर्तन के साथ पूजा-अर्चना की और प्रसाद वितरण भी किया। प्रतिमा विसर्जन के लिए सोमनाथ मंदिर तक का जुलूस भी महिलाओं ने ही निकाला।
सुरक्षा के कड़े इंतजाम
फाउंडेशन की स्थापना भी सरस्वती पूजा के दिन ही हुई थी, जो महिला सशक्तिकरण का एक प्रतीक बन गई है। कार्यक्रम में जिले के प्रमुख व्यवसायी और डॉक्टर भी शामिल हुए। पुलिस प्रशासन ने महिलाओं की सुरक्षा के लिए विशेष इंतजाम किए और जिला प्रशासन भी फाउंडेशन को हर संभव सहयोग प्रदान करता है।
महिला सशक्तिकरण की मिलास
यह आयोजन महिला सशक्तिकरण का एक जीवंत उदाहरण है, जो दर्शाता है कि महिलाएं आत्मनिर्भर होकर धार्मिक और सामाजिक दोनों क्षेत्रों में अपनी जिम्मेदारियों को बखूबी निभा सकती हैं। नूतन उदय फाउंडेशन की यह पहल नवादा में महिला सशक्तिकरण की एक मिसाल बन गई है।
नवादा से अमन की रिपोर्ट