Flood: असम में बाढ़ की स्थिति हुई भयावह, 15 जिलों में लाखों लोग चपेट में, जानिए उफनती नदियों का बिहार पर क्या होगा असर

देश के पूर्वोत्तर राज्यों में पिछले एक सप्ताह से हो रही बारिश से कई नदियों में जलस्तर तेजी से बढ़ा है. असम में इसका बड़ा असर देखा गया है. करीब 15 जिलों में बाढ़ जैसी स्थिति बन गई है. वहीं इसका असर बिहार और पश्चिम बंगाल पर क्या होगा इसे लेकर भी अपडेट आ

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Flood- फोटो : news4nation

Flood:  असम में बाढ़ की स्थिति सोमवार को भी गंभीर बनी रही और राज्य के कई हिस्सों में जलस्तर बढ़ गया। गुवाहाटी में भारतीय मौसम विभाग के क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र (आरएमसी) ने कहा है कि असम के अधिकांश स्थानों पर मध्यम बारिश होने की संभावना है, जबकि कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश और कुछ स्थानों पर अत्यधिक भारी बारिश का अनुमान है। असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) की रविवार रात की रिपोर्ट में कहा गया है कि कछार और श्रीभूमि जिलों में दो और लोगों की जान चली गई और 15 जिलों में करीब चार लाख लोग बाढ़ की चपेट में हैं। 

बाढ़ - भूस्खलन से 10 मौत

इस साल बाढ़ और भूस्खलन में जान गंवाने वाले लोगों की कुल संख्या बढ़कर 10 हो गई है। इसमें कहा गया है कि कछार सबसे ज्यादा प्रभावित है, जहां एक लाख से ज्यादा लोग प्रभावित हैं, इसके बाद श्रीभूमि में 85,000 और नागांव में 62,000 लोग प्रभावित हैं। प्रशासन 12 जिलों में 155 राहत शिविर और राहत वितरण केंद्र चला रहा है, जो वर्तमान में 10,272 विस्थापित लोगों की देखभाल कर रहे हैं। अधिकारियों ने पिछले 24 घंटों के दौरान राज्य के बाढ़ पीड़ितों के बीच 1,090.08 क्विंटल चावल, 284.63 क्विंटल दाल, 952.76 क्विंटल नमक और 4,726.26 लीटर सरसों का तेल वितरित किया है।

कई नदियों का बढ़ा जलस्तर 

एएसडीएमए ने कहा कि वर्तमान में, 764 गांव जलमग्न हैं और असम में 3,524.38 हेक्टेयर फसल क्षेत्र क्षतिग्रस्त हो गए हैं। राज्य भर के कई जिलों में बाढ़ के पानी से तटबंध, सड़कें, पुल और अन्य बुनियादी ढांचे क्षतिग्रस्त हो गए हैं। वर्तमान में ब्रह्मपुत्र डिब्रूगढ़ और निमाटीघाट में खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। इसकी सहायक नदियाँ नुमालीगढ़ में धनसिरी और कामपुर में कोपिली खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। एएसडीएमए ने कहा कि बराक नदी बदरपुर घाट पर खतरे के निशान से ऊपर बह रही है, जबकि श्रीभूमि में इसकी सहायक नदी कुशियारा और मतिजुरी में कटाखल भी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है।

बिहार पर भी होगा असर ? 

असम में नदियों ने उफनने का असर बिहार और पश्चिम बंगाल में होगा या नहीं इसे लेकर मौसम विभाग ने कहा है कि फ़िलहाल ऐसी कोई संभावना नहीं है. असम की नदियों का बिहार की बाढ़ से कोई वास्ता नहीं है. ऐसे में बिहार को लेकर किसी प्रकार की चिंता की जरूरत नहीं है. वहीं पश्चिम बंगाल में ब्रह्मपुत्र सहित कई सहायक नदियों का बहाव होता है. ऐसे में असम में नदियों ने उफनाने का आंशिक असर पश्चिम बंगाल में हो सकता है.