Mobile Snachting: चलती ट्रेन से छलांग, लुटेरे हुए चारों खाने चित, बहादुर युवती के करिश्मे को देख लोग हुए हैरान
Mobile Snachting:एक युवती ने अदम्य साहस का परिचय देते हुए चलती ट्रेन से कूदकर न केवल बदमाशों का पीछा किया, बल्कि उन्हें गिरफ्तार भी कराया।

Mobile Snachting:पटना-हावड़ा रेलखंड पर सोमवार की रात एक असाधारण घटना सामने आई, जहाँ एक युवती ने अदम्य साहस का परिचय देते हुए चलती ट्रेन से कूदकर न केवल बदमाशों का पीछा किया, बल्कि उन्हें गिरफ्तार भी कराया।
हावड़ा से पटना आ रही जन शताब्दी एक्सप्रेस के प्रवेश द्वार पर खड़ीं नेपाल की निवासी रिंकी प्रसाद के कीमती मोबाइल पर बदमाशों ने हाथ साफ कर दिया। यह घटना उस समय हुई जब तीन बदमाश, जो आसनसोल से डी-8 कोच में सवार हुए थे और महंगे मोबाइल फोनों पर नजर गड़ाए हुए थे, सालिमपुर स्टेशन के पास मौका पाकर रिंकी का आईफोन छीनकर चलती ट्रेन की चेन खींचकर अंधेरे में भाग निकले।
लुटेरों की इस हरकत से रिंकी ने जरा भी हिम्मत नहीं हारी। उन्होंने तत्परता दिखाते हुए चलती ट्रेन से छलांग लगा दी और रात के घने अंधेरे में करीब एक किलोमीटर तक बदमाशों का पीछा किया। इसी बीच, ट्रेन में गश्त कर रहे पुलिसकर्मियों की नजर इस साहसी युवती पर पड़ी। वे भी तुरंत ट्रेन से उतरे और रिंकी से पूछताछ की।
आरपीएफ के पोस्ट प्रभारी जवाहर लाल ने बताया कि रात्रि लगभग दस बजे रेलवे कंट्रोल रूम से उन्हें घटना की सूचना मिली। सूचना मिलते ही उन्होंने रेल थानाध्यक्ष जयप्रकाश सिंह और सालिमपुर थानाध्यक्ष कृष्ण कुमार के साथ मिलकर अपराधियों को पकड़ने के लिए इलाके की घेराबंदी शुरू कर दी।
तलाशी के दौरान पुलिस को एक पर्स मिला, जिसमें एक बदमाश का आधार कार्ड और कई एटीएम कार्ड थे। इसी सुराग के आधार पर पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए सालिमपुर से सोनू कुमार को गिरफ्तार कर लिया। उसके पास से युवती से छीना गया आईफोन भी बरामद हुआ। सोनू की निशानदेही पर सालिमपुर से सूरज कुमार को भी पकड़ा गया। हालांकि, इस घटना में शामिल तीसरा बदमाश अभी भी फरार है।
रेल थानाध्यक्ष ने बताया कि रिंकी प्रसाद अपनी रिश्तेदार ममता सोनार के साथ आसनसोल से पटना जा रही थीं और वे डी-8 कोच में सीट नंबर 115 व 116 पर बैठी थीं। बदमाश बाढ स्टेशन पर ट्रेन में सवार हुए थे और पहले से ही युवती को निशाना बनाए हुए थे। इस पूरे मामले में पीड़ित युवती के बयान के आधार पर रेल थाने में मामला दर्ज कर लिया गया है।
रिंकी प्रसाद की यह दिलेरी न केवल अपराध के खिलाफ एक सशक्त संदेश है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि दृढ़ संकल्प और साहस से किसी भी चुनौती का सामना किया जा सकता है।