Bihar School News: पटना के इतने प्रतिशत बच्चों के पास अब तक नहीं है आधार कार्ड, एजेंसियों की बड़ी लापरवाही आई सामने, अब शिक्षा विभाग ने उठाया बड़ा कदम
Bihar School News: पटना के कई बच्चों के पास आधार कार्ड नहीं है। वहीं दूसरी ओर 50 प्रतिशत बच्चों के ही पास अपार आईडी है। ऐसे में शिक्षा विभाग ने बड़ा निर्णय लिया है...पढ़िए आगे...

Bihar School News: राजधानी पटना में अब तक केवल 50 प्रतिशत बच्चों का ही अपार आईडी बन पाया है। इसके पीछे आधार कार्ड की कमी और एजेंसियों की लापरवाही मानी जा रही है। वहीं अब इसके लिए एक विशेष अभियान चलाया जा रहा है। यह अभियान 15 अप्रैल से शुरु होगी। दरअसल, पटना के सरकारी और निजी स्कूलों में पढ़ने वाले छात्रों की अपार ID (ऑटोमेटिक परमानेंट एकेडमिक रजिस्ट्रेशन ID) तैयार करने की प्रक्रिया धीमी पड़ गई है।
कई बच्चों के पास आधार कार्ड नहीं
आधार कार्ड की कमी और एजेंसियों की लापरवाही के चलते अब तक केवल 50% छात्रों की अपार ID ही बन सकी है। सरकारी स्कूलों के 65% और निजी स्कूलों के सिर्फ 30% बच्चों की ID तैयार हुई है। जिला शिक्षा पदाधिकारी संजय कुमार ने जानकारी दी कि राज्य सरकार ने इस कार्य को गति देने के लिए 15 अप्रैल तक विशेष अभियान चलाने का निर्देश दिया है। लेकिन आधार कार्ड न होने या उसमें त्रुटियों के कारण बड़ी संख्या में बच्चों की अपार ID नहीं बन पा रही है।
आधार केंद्र बंद अब एजेंसियों पर होगी कार्रवाई
पटना जिले में छात्रों के आधार कार्ड बनाने के लिए 40 स्कूलों में आधार केंद्र खोले गए थे, लेकिन एजेंसी के कर्मचारियों की गड़बड़ियों के चलते इन्हें बंद कर दिया गया। कई ऑपरेटरों ने नियमों की अवहेलना करते हुए बिना बायोमेट्रिक और बारकोड के डेटा अपलोड किया। जिससे कई फर्जी आधार बन गए। 23 ऑपरेटरों पर पेनल्टी लगाई गई है और कई पर जांच जारी है।
साइबर कैफे में बन रहे फर्जी आधार
शिक्षकों और प्रधानाचार्यों ने बताया कि कुछ साइबर कैफे फर्जी तरीके से आधार बना रहे हैं। जिससे डेटा सही नहीं आ रहा है और छात्रों की अपार ID नहीं बन पा रही है। खासकर नवां और शहरी क्षेत्रों में यह समस्या अधिक है।
जिलों में अपार ID निर्माण की स्थिति
पटना जिले में कुल 10,15,000 छात्रों की अपार ID बननी है, लेकिन अब तक केवल 3,92,352 IDs ही बन सकी हैं। कुछ प्रखंडों की स्थिति को देखें तो दानियावां- 83%, बेलछी- 78%, अथमलगोला- 75%, विक्रम- 71%, बिहटा- 70.43% और पटना सदर में मात्र 60% आपर कार्ड बनी है।
अपार ID का महत्व
अपार ID छात्रों को एक 12 अंकों का यूनिक एजुकेशन नंबर देती है। जो उनके सभी एकेडमिक रिकॉर्ड को ट्रैक करने में मदद करेगा। यह ID आधार कार्ड से लिंक की जा रही है, जिससे भविष्य में छात्रों का पूरा शैक्षणिक विवरण डिजिटल रूप में उपलब्ध रहेगा। जिला शिक्षा विभाग ने सभी अभिभावकों से अपील की है कि वे अपने बच्चों का आधार जल्द बनवाएं, ताकि उनकी अपार ID समय पर तैयार हो सके और वे किसी भी शैक्षणिक या प्रशासनिक प्रक्रिया से वंचित न रह जाएं।