लाखों वोटरों का नाम लिस्ट से कटने के बाद भी दूसरे चरण में 53 लाख अधिक लोगों ने किया मतदान, चुनाव आयोग ने पेश किया हैरान किया आंकड़ा

लाखों वोटरों का नाम लिस्ट से कटने के बाद भी दूसरे चरण में 53

Patna - बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण में मतदाताओं ने पिछले चुनावों के सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं, जिससे राज्य की राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गई है। चुनाव आयोग द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार, 2025 के दूसरे चरण के मतदान में शाम 5 बजे तक 2.48 करोड़ वोट डाले गए हैं। यह आंकड़ा 2020 के पिछले विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण के मुकाबले, जब 1.95 करोड़ वोट पड़े थे, काफी अधिक है।

इन आंकड़ों का विश्लेषण करने पर पता चलता है कि 2025 के इस चरण में कुल 53 लाख अधिक वोट पड़े हैं। यह भारी वृद्धि बिहार के मतदाताओं के अभूतपूर्व उत्साह को दर्शाती है और चुनावी विश्लेषकों को चौंका रही है। वोटों की संख्या में यह शुद्ध उछाल, खासकर तब, जब राज्य की वोटर लिस्ट से लाखों 'निष्क्रिय' नाम हटाए गए थे, लोकतंत्र के प्रति वास्तविक नागरिक भागीदारी की मजबूती को सिद्ध करता है।

मतदाताओं की संख्या में हुई इस ऐतिहासिक वृद्धि को प्रति निर्वाचन क्षेत्र के औसत से देखें तो प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में औसतन 43,555 अतिरिक्त वोट डाले गए हैं। यह आंकड़ा स्पष्ट करता है कि इस बार मतदान प्रतिशत में उल्लेखनीय उछाल आया है। इतना भारी मतदान सत्ता विरोधी लहर (Anti-incumbency) या फिर सत्ताधारी दल के प्रति मजबूत विश्वास, दोनों में से किसी भी दिशा में जा सकता है, जिससे चुनावी परिणाम अप्रत्याशित होने की संभावना है।

कुल 53 लाख वोटों की यह रिकॉर्ड वृद्धि साफ संकेत देती है कि बिहार का मतदाता इस चुनाव को लेकर बेहद गंभीर है। यह बढ़ा हुआ मतदान प्रतिशत न केवल एक जीवंत लोकतंत्र का प्रमाण है, बल्कि यह भी दिखाता है कि आम जनता राज्य के भविष्य को तय करने में अपनी भूमिका को लेकर कितनी सचेत है। सभी राजनीतिक दल अब इस बढ़े हुए टर्नआउट के निहितार्थों को समझने और अपने पक्ष में इसका आकलन करने में जुट गए हैं।