Bihar Teacher News: ACS सिद्धार्थ ने सभी सरकारी स्कूलों को दिया सख्त आदेश, अब शिक्षकों को करना होगा ये काम, DEO की भी जिम्मेदारी तय...
Bihar Teacher News: ACS सिद्धार्थ ने बिहार के सभी सरकारी स्कूलों को सख्त आदेश दिया है। उन्होंने सभी सरकारी स्कूलों में सख्ती से इस आदेश को लागू करने के लिए कहा है...

Bihar Teacher News: बिहार के एसीएस सिद्धार्थ ने प्रदेश के सभी सरकारी स्कूलों के लिए सख्त आदेश जारी किया है। एस सिद्धार्थ ने सख्ती से इन नियमों का पालन करने को कहा है। दरअसल, प्रदेश के सरकारी स्कूलों में अनुशासन, समयपालन और शिक्षा की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए शिक्षा विभाग ने सख्त निर्देश जारी किए हैं। हाल ही में हुए क्षेत्रीय निरीक्षण में यह पाया गया कि कई स्कूलों में छात्र-छात्राएं निर्धारित समय पर विद्यालय नहीं पहुंचते, और कुछ शिक्षक भी समयपालन में लापरवाही बरत रहे हैं। इसी को देखते हुए शिक्षा विभाग ने एक व्यापक आदेश जारी किया है जिसमें स्कूल संचालन, छात्र उपस्थिति और चेतना सत्र के कड़ाई से अनुपालन के निर्देश दिए गए हैं।
निरीक्षण में सामने आईं गंभीर अनियमितताएं
निरीक्षण में यह पाया गया कि कुछ स्कूलों में छात्र सुबह 9:30 बजे से 10:30 बजे के बीच ही स्कूल आते हैं और दोपहर 2:30 बजे से पहले ही स्कूल छोड़ देते हैं। इस स्थिति से यह प्रतीत होता है कि विद्यालयों में अनुशासन और समय पालन की कमी है।
स्कूलों को दिए गए निर्देश
1. ध्वनि विस्तारक यंत्र अनिवार्य
हर विद्यालय को निर्देश दिया गया है कि स्कूल संचालन की सूचना देने के लिए अच्छी गुणवत्ता वाला लाउडस्पीकर उपलब्ध कराया जाए। यदि स्कूल में यह यंत्र नहीं है या खराब है, तो 48 घंटे के भीतर इसे खरीदने या मरम्मत करने का निर्देश दिया गया है।
2. चेतना सत्र अनिवार्य और समयबद्ध
सभी स्कूलों में सुबह 9:30 बजे से पहले "RTE एंथम" लाउडस्पीकर पर बजाया जाएगा ताकि छात्र-छात्राएं समय पर स्कूल पहुंच सकें। चेतना सत्र में प्रार्थना, राज्य गीत, राष्ट्रगीत, सामान्य ज्ञान, प्रेरक प्रसंग और आज का विचार शामिल किया जाएगा।
3. गेट बंद और देर से आने वालों पर कार्रवाई
चेतना सत्र शुरू होते ही स्कूल का मुख्य द्वार बंद कर दिया जाएगा। देर से आने वाले बच्चों के अभिभावकों को सूचित किया जाएगा और चेतावनी दी जाएगी।
4. छात्रों की स्वच्छता और अनुशासन
चेतना सत्र के दौरान सभी छात्रों के नाखून, पोशाक और व्यक्तिगत स्वच्छता की जांच की जाएगी। शिक्षकों को निर्देश दिया गया है कि वे बच्चों के डायरी में आवश्यक जानकारी अंकित करें।
5. मॉनिटर प्रणाली और गृहकार्य निगरानी
हर कक्षा में एक मॉनिटर नियुक्त किया जाएगा, जो बच्चों की उपस्थिति और गृहकार्य की कॉपियां एकत्र करेगा। मॉनिटर को बैज भी प्रदान किया जाएगा।
6. प्राथमिकता वाले विषयों की पढ़ाई
पहली तीन कक्षाओं में क्रमशः गणित, विज्ञान और हिंदी/अंग्रेजी की पढ़ाई को प्राथमिकता दी जाएगी ताकि बच्चों में वैज्ञानिक दृष्टिकोण और भाषा कौशल का विकास हो।
7. शिक्षक उपस्थिति और गतिविधियों का रिकॉर्ड
हर शिक्षक एक पंजी रखेंगे जिसमें प्रतिदिन की शैक्षणिक गतिविधियों का विवरण होगा। यह पंजी निरीक्षण के समय प्रस्तुत किया जाएगा।
8. शारीरिक शिक्षक की भूमिका
शारीरिक शिक्षक सुनिश्चित करेंगे कि पीटी, खेल और अभ्यास गतिविधियों के लिए समय निर्धारित हो और उसका रिकॉर्ड रखा जाए।
9. शिक्षकों की उपस्थिति की सख्ती से निगरानी
कोई भी शिक्षक विद्यालय परिसर से बाहर उपस्थिति दर्ज नहीं करेगा। ऐसे मामलों में संबंधित शिक्षक के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। प्रधानाध्यापक भी इसकी निगरानी करेंगे।
10. अभिभावकों को दी जाएगी सूचना
यदि कोई छात्र नियमित रूप से विलंब से आता है या अनुपस्थित रहता है, तो अभिभावकों को सूचना दी जाएगी। तीन बार बुलाने के बाद भी अगर अभिभावक नहीं आते, तो पंचायत प्रतिनिधियों को सूचित किया जाएगा।
11. शिकायतों पर कार्रवाई के निर्देश
अगर किसी को जानकारी मिलती है कि कोई शिक्षक उपस्थिति दर्ज कर विद्यालय से गायब रहता है, तो इसकी सूचना टोल-फ्री नंबर 14417 या 18003454417 पर दी जा सकती है। विभाग इसकी जांच करेगा और आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
डीईओ की जिम्मेदारी तय
शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव एस सिद्धार्थ ने जिला शिक्षा पदाधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे इन आदेशों का अक्षरशः अनुपालन सुनिश्चित कराएं और समन्वय से इसकी निगरानी करें। अगर आगे से किसी प्रकार की कोई कमी सामने आती है तो उस पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।