कांग्रेस की करारी हार के बाद पार्टी में कोहराम, महिला अध्यक्ष का इस्तीफा, आशुतोष शर्मा का हमला - गद्दारों पर मेहरबान पार्टी

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और बिक्रम विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ने की दावेदारी पेश करने वाले आशुतोष शर्मा ने पार्टी को आईना दिखाया है.

Ashutosh Sharma /Congress
Ashutosh Sharma /Congress- फोटो : news4nation

Congress :  बिहार विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को मिली करारी हार के बाद पार्टी में कोहराम मच गया है. शुक्रवार को कांग्रेस कार्यालय में बड़ी संख्या में मौजूद पार्टी नेताओं ने मोर्चा खोलते हुए बिहार कांग्रेस अध्यक्ष राजेश राम और प्रभारी कृष्ण अल्लावारू के खिलाफ गंभीर आरोप लगाए. दोनों नेताओं को बिहार चुनाव में कांग्रेस की हार के लिए जिम्मेदार ठहराया. इस बीच एक ओर बड़े उथल पुथल में बिहार महिला कांग्रेस अध्यक्ष डॉ सरवत जहाँ फातमा ने शुक्रवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने अपना त्यागपत्र अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को संबोधित करते हुए भेजा है।


वहीं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और बिक्रम विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ने की दावेदारी पेश करने वाले आशुतोष शर्मा ने बिहार प्रदेश कांग्रेस अनुशासन समिति द्वारा भेजे गए कारण पृच्छा पत्र का उत्तर सार्वजनिक रूप से दिया है और पार्टी के एक धड़े द्वारा कांग्रेस के समर्पित कार्यकर्ताओं को प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है. उन्होंने पार्टी को भेजे अपने जवाब में तल्ख अंदाज में अपनी बातें रखी हैं. 


उन्होंने लिखा है कि 'मैं काँग्रेस पार्टी एवं राहुल गाँधी जी का बब्बर शेर हूँ। मैं राहुल गाँधी जी का वह न्याययोद्धा हूँ जिसका एक ही नारा है 'डरो मत'। अन्याय के खिलाफ, अत्याचार के खिलाफ एवं भ्रष्टाचार के खिलाफ अपनी आवाज़ मुखर होकर बुलन्द करो। महाशय, मैं आपको बतलाना चाहता हूँ कि टिकट घोषणा के उपरांत मैंने एक शब्द भी प्रत्याशी एवं पार्टी के खिलाफ कहीं नहीं बोला हूँ और ना ही कोई ऐसा कृत्य किया हूँ जिससे पार्टी को हानि पहुँच, इसकी गारंटी है। इस संदर्भ में (पार्टी एवं प्रत्याशी के खिलाफ) आप कोई भी प्रमाण प्रस्तुत कर दें तो मैं अपने आपको दोषी मानने को तैयार हूँ। परंतु मैं विश्वास के साथ कहता हूँ कि मैं पार्टी एवं पार्टी के नीतियों के प्रति पूरी तरह प्रतिबद्ध हूँ।'


वे आगे लिखते हैं कि 'मैं वह न्याययोद्धा हूँ जो पार्टी के लिए जेल गया, भाजपाइयों द्वारा सदाकत आश्रम पर हमला हुआ तो अकेले लाठी खाया और पिछले पच्चीस वर्षों से ज्यादा तन-मन-धन से पार्टी के प्रति समर्पित हूँ। मेरे विधान सभा जहाँ आप एक ओर भगोड़े प्रत्याशी लोजपा से भाजपा और भाजपा से काँग्रेस में आए 65 वर्षीय एक अविश्वसनीय व्यक्ति (अनिल कुमार) को मौका दिया जो काँग्रेस की दस वर्षों से जीती हुई सीट को खो दिये एवं पार्टी को हानि पहुँचाई इससे प्रतीत होता है कि आप पूर्वाग्रह से पीड़ित होकर जहाँ समर्पित कार्यकर्ताओं को प्रताड़ित करने का प्रयास कर रहे हैं एवं गद्दारों को उपकृत करने का प्रयास कर रहे हैं। यह आपकी मानसिक द्योतक है।'


उन्होंने कहा कि कांग्रेस इस दिशा में आगे कोई भी कार्रवाई करने के लिए स्वतंत्र हैं क्योंकि मैं राहुल गाँधी जी एवं काँग्रेस पार्टी एक समर्पित सिपाही हूँ। अत्याचार, अन्याय एवं भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज बुलंद करता रहूँगा।