बिहार में विधानसभा चुनाव के साथ दशहरा की तैयारी में आई तेजी, पटना के डाकबंगला पर इस मंदिर का बन रहा 80 फीट ऊंचा पंडाल

Patna - बिहार में सितंबर का महीना खास होनेवाला है. जहां विधानसभा चुनाव को लेकर सभी राजनीतिक दलों ने अपनी तैयारी तेज कर दी है। वहीं दशहरा के लिए पूजा पंडालों के निर्माण कार्य की गति भी बढ़ गई है।
पटना डाकबंगला पर बन रहा 80 फीट का पंडाल
बिहार में अपने आकर्षक पंडाल के लिए अलग पहचान रखनेवाले पटना के डाक बंगला के पास हर साल की तरह इस बार भव्य पंडाल का निर्माण किया जा रहा है। जिसकी ऊंचाई 80 फीट बताई जा रही है। जबकि चौड़ाई 55 फीट की होगी।
डाक बंगला चौराहा दुर्गा पूजा समिति के अध्यक्ष संजीव कुमार टोनी ने जानकारी देते हुए बताया कि इस वर्ष हमलोग तमिलनाडु के तंजौर स्थित बृहदीश्वर मंदिर का रूप में पंडाल बनाया जा रहा है। जिसका निर्माण कार्य बारीक डायरेक्टर कांथी (पश्चिम बंगाल) को दिया गया है, जिसका डिजाईन कोलकता आर्ट कॉलेज के कलाकार रितेश चटर्जी द्वारा किया गया है।
उन्होंने बताया कि पंडाल के निर्माण में सनपैक, प्लाई एवं रंगीन फाइबर से बनाया गया है इस पूरे पंडाल को वास्तविक मंदिर का स्वरूप देने की कोशिश की जा रही है।
बनारस, हरिद्वार, ऋषिकेश और कोलकात्ता से मंगाई गई प्रतिमा की मिट्टी
उन्होंने बताया कि मूर्ति निर्माण कार्य कोलकता के मशहूर कलाकार श्री जगन्नाथ पाल द्वारा किया रहा है जो मां का आर्शीवाद रूप को दर्शाया गया है. इस मूर्ति के निर्माण में मिट्टी एवं जल बनारस, हरिद्वार, ऋषिकेश एवं कोलकता के हुगली नदी से. मंगवाया गया है एवं माँ का साज का समान नौहटी (पं० बंगाल) एवं बनारस से मंगवाया गया है पिछले 30 वर्षों से जगन्नाथ पाल पूजा समिति में मूर्ति निर्माण का कार्य करते आए हैं
लाइटों में दिखेगी आकर्षक झांकी
उन्होंने बताया कि इस वर्ष डाकबंगला चौराहे से लेकर कोतवाली तक 4 भव्य एल०ई०डी० द्वार बनाये जा रहे हैं. जिसकी ऊंचाई 57 फीट एवं 35 फीट चौड़ाई लगभग है जिसमें चारधाम, जगन्नाथ पूरी मंदिर, चाईना टेम्पल, कौआ को घड़ा में कंकड़ डालते हुए, लोमडी को अंगुर खाते हुए, कछुआ और खरगोश को रेस लगाते हुए, भालू को बच्चा के साथ खेलते हुए दिखा गया गया है. बिजली का सारा डेकोरेशन पश्चिम बंगाल के चंदन कुमार को दी गई है।
हर साल अलग-अलग थीम
संजीव टोनी ने बताया कि डाक बंगला चौराहा पर 62 सालों से पूजा होते रही है इस और हर बार अलग-अलग थीम दिया गया है। इस बार सभी रिकार्ड को तोड़ने की कोशिश हम लोग किए हैं जो श्रद्धालुओं के लिए काफी आकर्षक होगा।