अनंत सिंह के सबसे बड़े दुश्मन को मिली जमानत, सोनू को कोर्ट से बड़ी राहत, मोकामा के पूर्व विधायक 'छोटे सरकार' से हुई थी भिड़ंत

छोटे सरकार के नाम से मशहूर मोकामा के पूर्व विधायक अनंत सिंह से हुए भिड़ंत में गिरफ्तार सोनू को कोर्ट से बड़ी राहत मिली है. गोलीबारी के मामले में उन्हें जमानत मिल गई है.

Anant Singhs biggest enemy Sonu
Anant Singhs biggest enemy Sonu - फोटो : news4nation

Sonu Monu Gang : मोकामा के पूर्व बाहुबली विधायक अनंत सिंह के सबसे बड़े दुश्मन के रूप में पहचान बनाने वाले सोनू को कोर्ट से बड़ी राहत मिली है. जनवरी 2025 से जेल में बंद सोनू को मंगलवार को जमानत मिल गई. उसके जेल से बाहर आने की प्रक्रिया जल्द ही होगी. जनवरी महीने में सोनू के मोकामा प्रखंड के पचमहला थाना क्षेत्र स्थित नौरंगा गांव में अनंत सिंह पर गांव में घुसकर गोली चलाने का आरोप लगा था. सोनू और उसके भाई मोनू पर भी जवाबी कार्रवाई में गोली चलाने के आरोप लगे थे. गोलीबारी की घटना के दो दिन बाद सोनू को  पचमहला थाना की पुलिस ने गिरफ्तार किया था. वहीं इसी मामले में अनंत सिंह भी बाढ़ कोर्ट में आत्मसमर्पण किये थे. वे भी अभी जेल में बंद हैं. अब सोनू को बड़ी राहत मिली है और कोर्ट ने उनकी जमानत याचिका स्वीकार कर ली है. 

70 राउंड चली गोली ! 

 22 जनवरी को हुई इस घटना में 70 राउंड गोली चलने की बातें सामने आई थी. मोकामा के नौरंगा में हुई फायरिंग की घटना को लेकर कहा गया था कि सोनू-मोनू का ईंट-भट्टा का कारोबार है. इसका मैनेजर हेमजा गांव का मुकेश है. सोनू-मोनू ने मुकेश पर आरोप लगाया कि उसने 65 लाख रुपये का गबन कर लिया है. इसके बाद सोनू-मोनू ने मुकेश के घर में ताला लगा दिया. मुकेश ने इसकी शिकायत अनंत सिंह से की. अनंत ने पहले सोनू-मोनू से बात की, लेकिन इसके बाद भी ताला नहीं खोला. बाद में मुकेश ने पुलिस से शिकायत की और पुलिस ने ताला खुलवाने का अनुरोध किया. 


एक को लगी गोली

इस बीच अनंत व उनके समर्थक 10 गाड़ियों से सोनू-मोनू के घर पहुंच गये। और दोनों ओर से फायरिंग शुरू हो गयी। इसके बाद वहां से अनंत समर्थकों को लेकर छह किलोमीटर दूर हाथीदह चले गये। इसमें करीब 70 राउंड तक गोली चलने की बातें आई थी. हालांकि पुलिस को केवल 3 खोखा ही मिला था. वहीं घटना में अनंत सिंह के एक आदमी को गोली लगी थी जिसकी शिकायत बाद में पुलिस से की गई थी. 


सोनू गिरफ्तार, अनंत का समर्पण

अनंत सिंह और सोनू मोनू गिरोह के बीच हुई गोलीबारी की इस घटना ने राष्ट्रीय सुर्खियां बटोरी. पूरे देश में बिहार की कानून व्यवस्था को लेकर सवाल उठने लगे कि दोनों पक्षों के द्वारा गोलीबारी के बाद मीडिया में बयान दिया जा रहा है लेकिन उनकी गिरफ्तारी नहीं हुई है. अंततः 24 जनवरी को पहले सोनू की गिरफ्तारी हुई, वहीं अगले कुछ घंटों में उसी दिन अनंत सिंह ने बाढ़ कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया था. 


भागलपुर में बंद है सोनू

गिरफ्तारी के बाद सोनू को पहले पटना के जेल में रखा गया. वहीं बाद में उसे भागलपुर जेल में शिफ्ट किया गया. सोनू फ़िलहाल उसी जेल में बंद है. वहीं अनंत सिंह भी पटना के बेउर जेल में बंद हैं. उनके जमानत को लेकर भी जल्द ही सुनवाई होने वाली है. 


कमलेश की रिपोर्ट