जेल जाएंगे विधायक चेतन आनंद ! पत्नी आयुषी भी मुश्किल में, पटना एम्स में डॉक्टरों से मारपीट मामले में बाहुबली आनंद मोहन के बेटे-बहू पर बड़ी खबर

पटना एम्स में मारपीट से जुड़े मामले में शिवहर से विधायक चेतन आनंद और उनकी पत्नी आयुषी के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई है

MLA Chetan Anand
MLA Chetan Anand - फोटो : news4nation

Chetan Anand : बाहुबली आनंद मोहन और उनकी सांसद पत्नी लवली आनंद के बेटे और बहू की मुश्किलें बढ़ने वाली हैं. शिवहर से विधायक चेतन आनंद और उनकी पत्नी आयुषी के खिलाफ पटना एम्स में मारपीट से जुड़े मामले में एफआईआर दर्ज हुई है. दोनों की गिरफ्तारी होती है तो उन्हें जेल जाना पड़ सकता है. अस्पताल के डॉक्टरों ने इनपर मारपीट और बदसलूकी करने और हथियार लहराने का आरोप लगाया है. इस मामले में विधायक चेतन आनंद और उनकी पत्नी आयुषी और बॉडीगार्ज के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है. वहीं चेतन आनंद ने भी एम्स के सुरक्षाकर्मियों एवं डॉक्टरों के खिलाफ फुलवारी थाने में केस दर्ज कराया था. 


दरअसल, पटना स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) के ट्रॉमा सेंटर में गुरुवार को बड़ी घटना सामने आई, जब एक मरीज के साथ पहुंचे बिहार के शिवहर से जेडीयू विधायक चेतन आनंद, उनकी पत्नी डॉ. आयुषी और समर्थकों पर अस्पताल की व्यवस्था भंग करने और सुरक्षाकर्मी व डॉक्टरों से मारपीट के आरोप लगे हैं। रेजिडेंट डॉक्टरों के अनुसार, नियमों के तहत किसी मरीज के साथ केवल एक अटेंडेंट को अंदर जाने की अनुमति है। जब सुरक्षाकर्मी ने भीड़ को रोकने की कोशिश की, तो कथित रूप से विधायक के बॉडीगार्ड ने पिस्टल के बट से गार्ड पर हमला कर दिया। इसके बाद मौके पर मौजूद डॉक्टरों और मेडिकल स्टाफ के साथ भी दुर्व्यवहार और मारपीट की गई।


घटना में रेजिडेंट डॉक्टर आदिल पर हमले और सुरक्षाकर्मी का मोबाइल छीनकर तोड़ने का भी आरोप चेतन आनंद पर लगाया गया है। बता दें कि चेतन आनंद बाहुबली पूर्व सांसद आनंद मोहन और सांसद लवली आनंद के बेटे हैं। घटना के विरोध में रेजिडेंट डॉक्टर शुक्रवार को हड़ताल पर चले गए, जिससे ओपीडी, ट्रॉमा और इमरजेंसी सेवाएं प्रभावित रहीं। सैकड़ों मरीजों को बिना इलाज के लौटना पड़ा। 


जूनियर डॉक्टरों के साथ सीनियर डॉक्टरों ने भी विरोध में हिस्सा लिया और अस्पताल परिसर में प्रदर्शन किया। डॉक्टरों ने इसे अस्पताल की व्यवस्था और मेडिकल स्टाफ की सुरक्षा पर सीधा हमला बताया है। वहीं, मामले को लेकर अस्पताल प्रशासन और संबंधित अधिकारियों से कार्रवाई की मांग तेज हो गई है।