Show cause to DAOs of eight districts: बिहार में इन दिनों अफसर से लेकर मंत्री तक अलर्ट मोड पर हैं. सूबे में शिक्षकों के बीच हड़कंप मचा हुआ है. तो कृषि पदाधिकारियों पर भी गाज गिरना शुरु हो गया है। कृषि विभाग ने सरकारी कार्यों में लापरवाही बरतने के आरोप में राज्य के आठ जिलों के जिला कृषि पदाधिकारियों को शोकॉज नोटिस जारी किया है। यह कार्रवाई उन अधिकारियों के खिलाफ की गई है, जिन्होंने डिजिटल क्रॉप सर्वे का कार्य ठीक से नहीं किया। भोजपुर, औरंगाबाद, कैमूर और बक्सर जिलों के जिला कृषि पदाधिकारियों को विशेष रूप से इस मामले में शोकॉज किया गया है क्योंकि इन जिलों में डिजिटल क्रॉप सर्वे का कार्य केवल 30 से 35 प्रतिशत ही पूरा हुआ है।
इसके अलावा, जमुई, जहानाबाद, शिवहर और बांका जिलों के जिला कृषि पदाधिकारियों को परती भूमि को लेकर स्पष्टीकरण दिया गया है। यह स्थिति गंभीर मानी जा रही है क्योंकि कृषि विभाग ने इस कार्य को समय पर पूरा करने की आवश्यकता बताई थी।
बता दें डिजिटल क्रॉप सर्वे एक महत्वपूर्ण प्रक्रिया है जिसका उद्देश्य किसानों को उनकी फसलों और भूमि का सही डेटा प्रदान करना है। यह डेटा किसानों को विभिन्न योजनाओं का लाभ उठाने में मदद करता है। हालांकि, यदि इस प्रक्रिया में लापरवाही होती है तो इसका सीधा असर किसानों पर पड़ता है।
कृषि विभाग ने स्पष्ट किया कि सभी संबंधित अधिकारियों से जवाब मांगा गया है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि भविष्य में ऐसी समस्याएं न हों।बहरहाल बिहार के आठ जिलों के डीएओ को शोकॉज नोटिस जारी करने का निर्णय सरकारी कार्यों में लापरवाही बरतने की वजह से लिया गया है। सरकार के इस कदम से अधिकारियों में हड़कंप मचा हुआ है।