Bihar Teacher News: बिहार के हजारों शिक्षकों को मिली बड़ी राहत, शिक्षा विभाग के आदेश से टीचरों में खुशी की लहर, रोक हटी
Bihar Teacher News: बिहार के हजारों शिक्षकों को बड़ी राहत मिली है। शिक्षकों पर लगी बड़ी रोक हटा दी गई है। इस फैसले से शिक्षकों में खुशी की लहर दौड़ गई है।

Bihar Teacher News: बिहार के शिक्षकों के लिए बड़ी खुशखबरी है। सक्षमता परीक्षा में उर्दू विकल्प चुनने वाले शिक्षकों की योगदान रोक हट गई है। इस फैसले से 5 हजार शिक्षकों राहत मिलेगी। इसके साथ ही प्राथमिक शिक्षा निदेशक ने दो अहम निर्देश भी जारी किया है। दरअसल, राज्य के प्राथमिक विद्यालयों में कार्यरत हजारों नियोजित शिक्षकों के लिए राहत की खबर है। पहली से पांचवीं कक्षा की सक्षमता परीक्षा में हिंदी की जगह उर्दू विषय का विकल्प चुनने वाले शिक्षकों और छठी से आठवीं कक्षा की सक्षमता परीक्षा पास कर चुके कक्षा 1 से 5 के शिक्षकों के योगदान पर लगी रोक तत्काल प्रभाव से हटा दी गई है। इस फैसले से लगभग 5000 शिक्षकों को राहत मिली है।
शिक्षकों पर लगी रोक हटी
जानकारी अनुसार सोमवार को प्राथमिक शिक्षा निदेशक साहिला ने इस संबंध में दो अलग-अलग आदेश जारी किए। आदेश के अनुसार कक्षा 1 से 5 तक के वे नियोजित शिक्षक जिन्होंने सामान्य विषय या उर्दू विषय में सक्षमता परीक्षा पास की है वे अपनी नियुक्ति के मूल विषय के अनुसार तत्काल योगदान देंगे। वहीं, कक्षा 6 से 8 की सक्षमता परीक्षा पास करने वाले वे शिक्षक जो कक्षा 1 से 5 के पद पर कार्यरत हैं उन्हें भी अपने मूल कोटि के पद पर योगदान करने की अनुमति दे दी गई है।
नियमों के तहत मिला भाषा का विकल्प
बिहार विद्यालय विशेष शिक्षक नियमावली के तहत सक्षमता परीक्षा में कक्षा 1 से 5 तक के शिक्षकों को भाषा विषय के लिए अंग्रेजी, हिंदी, उर्दू या बांग्ला में से किसी एक को चुनने का विकल्प दिया गया था। उर्दू को चुनने वाले शिक्षकों की नियुक्ति में अड़चनें आ रही थीं। जिसे अब दूर कर दिया गया है। वहीं इस फैसेले से राज्य भर में शिक्षकों में खुशी की लहर है। लंबे समय से अटकी नियुक्तियों और योगदान पर लगी रोक हटने से शिक्षकों को आर्थिक और मानसिक राहत मिलेगी।
शिक्षकों में खुशी की लहर
शिक्षकों के साथ साथ शिक्षक संघों ने भी शिक्षा विभाग के इस कदम की सराहना की है और इसे सकारात्मक पहल करार दिया है। वहीं शिक्षा विभाग के इस फैसले से शिक्षकों के योगदान की प्रक्रिया में तेजी आएगी और विद्यालयों में शिक्षकों की उपलब्धता बेहतर होगी। विभागीय अधिकारियों ने सभी संबंधित जिला शिक्षा अधिकारियों को निर्देश जारी कर दिए हैं कि वे इन शिक्षकों के योगदान की प्रक्रिया को शीघ्रता से पूर्ण करें।