Bihar BPSC Teachers: BPSC TRE-3: ज्वाइनिंग में देरी से नाराज शिक्षक करेंगे पटना में प्रदर्शन, 5 मई को काला मास्क आंदोलन की चेतावनी
बिहार में BPSC TRE-3 में चयनित शिक्षकों को स्कूल में ज्वाइनिंग नहीं मिलने पर नाराजगी बढ़ी। पटना के गांधी मैदान में सैकड़ों शिक्षकों ने प्रदर्शन किया और 5 मई को काला मास्क लगाकर आंदोलन की चेतावनी दी है।

Bihar BPSC Teachers: बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) की शिक्षक भर्ती परीक्षा TRE-3 में चयनित सैकड़ों अभ्यर्थियों की ज्वाइनिंग अब तक स्कूलों में नहीं हो सकी है, जिससे राज्य भर में नाराजगी की लहर फैल गई है। इसी मुद्दे को लेकर शुक्रवार को पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में सैकड़ों शिक्षकों ने बैठक कर रणनीति बनाई और राज्य सरकार व शिक्षा विभाग के खिलाफ नाराजगी जाहिर की।
यह बैठक बिहार स्टूडेंट यूनियन के अध्यक्ष व छात्र नेता दिलीप कुमार की अगुवाई में आयोजित की गई थी। बैठक के बाद चयनित शिक्षक गांधी मूर्ति के समक्ष इकट्ठा हुए और अपना विरोध दर्ज करवाया। उन्होंने साफ शब्दों में चेतावनी दी कि यदि जल्द ज्वाइनिंग की प्रक्रिया शुरू नहीं की गई, तो 5 मई को सभी चयनित शिक्षक काला मास्क पहनकर पटना की सड़कों पर उतरेंगे।
TRE-3 की अधिसूचना फरवरी 2024 में जारी की गई थी
दिलीप कुमार ने बताया कि TRE-3 की अधिसूचना फरवरी 2024 में जारी की गई थी, लेकिन अब तक चयनित अभ्यर्थियों को स्कूलों में नियुक्त नहीं किया गया है। उन्होंने कहा कि नौ मार्च को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा गांधी मैदान में नियुक्ति पत्र वितरित किए गए थे, और अब डेढ़ महीना बीतने के बाद भी शिक्षकों की स्कूल में ज्वाइनिंग नहीं हो पाई है। उन्होंने व्यंग्यपूर्वक कहा, "यह बेहद दुखद है कि जहां मुख्यमंत्री ने नियुक्ति पत्र दिए थे, अब उसी जगह पर शिक्षकों को अपनी नियुक्ति के लिए आंदोलन करना पड़ रहा है।"
शिक्षा विभाग का असंवेदनशील रवैया
दिलीप कुमार का यह भी कहना था कि शिक्षा विभाग इस पूरे मामले में असंवेदनशील रवैया अपना रहा है। कई ऐसे चयनित अभ्यर्थी हैं जिन्होंने अपने पूर्ववर्ती रोजगार से त्यागपत्र दे दिया था, यह सोचकर कि वे अब सरकारी शिक्षक के रूप में कार्यभार ग्रहण करेंगे। लेकिन ज्वाइनिंग में हो रही देरी के कारण वे अब आर्थिक संकट के दौर से गुजर रहे हैं। शिक्षकों की यह नाराजगी केवल प्रशासनिक असमर्थता पर ही नहीं, बल्कि वादों पर अमल न होने पर भी केंद्रित है। दिलीप कुमार ने स्पष्ट किया कि अगर 5 मई तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया, तो आंदोलन और तेज़ किया जाएगा।