Bihar Budget : नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने मंगलवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर विधानसभा में जोरदार तंज कसा. उन्होंने कहा कि सीएम नीतीश सदन में मौजूद नहीं हैं लेकिन उनके लिए एक ही लाइन कहेंगे - सबकुछ जाए भांड़ में, अपन कुर्सी के जुगाड़ में. राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान तेजस्वी ने कहा कि 2005 के पहले कोई सीएम पीएम के पैर पर नहीं गिरता था. कोई सीएम गिरगिराता तो पटना युनिवर्सिटी को सेंट्रल युनिवर्सिटी का दर्जा मिल जाता.
तेजस्वी ने कहा- '2025 में चलते हैं। एक बरसात में सैकड़ों पुल गिर जाना। एक ही पुल का बार-बार गिर जाना। बालिका गृह कांड। बिहार में चूहों की बहार है, क्योंकि CM नीतीशे कुमार हैं। बिहार में 9 लाख लीटर शराब चूहे पी जाते हैं।' उन्होंने कहा कि शायराना अंदाज में कहा, 'पुराने कागजों में उलझे दिन और रात, घड़ी देखकर भूल जाते दिन और रात। 2005 से पहले न चांद था, न तारा, न सूरज था। बोलते है 2005 से पहले क्या था।। ' '2005 से पहले 6 मेडिकल कॉलेज थे। सुनो एक बात उन्हीं कॉलेज में आज भी 90% जनता इलाज करवा रही है। 95-96 में गरीबों के लिए 2.3 लाख मकान बनाए गए। शहरों में कई वेंडर मार्केट बनाए गए। आज वहीं से फल खरीदते हैं न, मछली खरीदते हैं न.. ये है लालू जी का बिहार।'
तेजस्वी ने कहा कि 2005 के पहले भी बिहार में बहुत कुछ था। लालू जी ने कभी पुरानी सरकारों को दोष नहीं दिया। आप अपना हिसाब दीजिए लालू जी का नहीं। उन्होंने कहा कि 1961 से लेकर 1990 तक 22 बार CM बदले और 5 बार राष्ट्रपति शासन लगा। प्रदेश में जब राजनीतिक स्थिरता नहीं थी तो कहां से विकास होगा। 1990 के बाद मुसलमान दंगों में नहीं मरे। लालू यादव ने पिछड़ों-दलितों को MLC बनाया, मंत्री बनाया। उन्हें ताकत दिलाने का काम किया।
तेजस्वी यादव ने कहा कि वे नीतीश सरकार के लिए सिर्फ चार लाइन कहेंगे. सरकार खटारा, सिस्टम नकारा, सीएम थका हारा, आम आदमी फिर रहा मारा मारा. तेजस्वी ने कहा कि नीतीश कुमार अपनी सरकार की उपलब्धियों का जिक्र करने के बदले 20 साल पुरानी बातें करते हैं. उन्होंने आजादी के बाद बिहार से हुए केंद्रीय छ्लावों का जिक्र करते हुए इसे राज्य की बदहाली का मुख्य कारण बताया.वे कई किताब दिखाकर अपनी बातें करते रहे.