Gopal Khemka Murder: गोपाल खेमका हत्याकांड पर बिहार डीजीपी का बड़ा खुलासा, परिजनों के आरोप को नाकारा, 6 साल बाद हटाई गई थी सुरक्षा

Gopal Khemka Murder: पटना के बड़े उद्योगपति गोपाल खेमका हत्याकांड में बिहार पुलिस के डीजीपी ने बड़ा खुलासा किया है। डीजीपी ने परिजनों के आरोपों को नकार दिया है।

Bihar DGP big disclosure
Bihar DGP big disclosure- फोटो : reporter

Gopal Khemka Murder: राजधानी पटना के नामचीन उद्योगपति गोपाल खेमका की हत्या के मामले में बिहार के पुलिस महानिदेशक (DGP) विनय कुमार ने बड़ा खुलासा किया है। डीजीपी ने बताया कि दिवंगत गोपाल खेमका पिछले करीब छह साल तक सुरक्षा गार्ड के साथ रहे। उन्हें वर्ष 2018 में अंगरक्षक मुहैया कराया गया था। हालांकि वर्ष 2024 में उनकी सुरक्षा वापस ले ली गई थी।

डीजीपी का बड़ा खुलासा 

डीजीपी विनय कुमार ने कहा कि अब यह जांच की जाएगी कि किन परिस्थितियों में उनकी सुरक्षा हटाई गई या हटाई गई थी। उन्होंने यह भी बताया कि मामले की गहन जांच के लिए STF की मदद ली जा रही है और जल्द ही अपराधियों को पकड़ लिया जाएगा। इस हाई प्रोफाइल हत्याकांड ने पटना समेत पूरे राज्य में सनसनी फैला दी है। पुलिस हर एंगल से मामले की जांच में जुटी है।

डीजीपी की सफाई 

बता दें कि, हत्या के बाद पुलिस की कार्यशैली पर परिजनों और स्थानीय लोगों ने सवाल उठाए थे। आरोप था कि घटना की सूचना देने के बावजूद पुलिस घटनास्थल पर करीब डेढ़ घंटे बाद पहुंची। इस बीच सोशल मीडिया पर भी परिजनों के आक्रोश का वीडियो वायरल हुआ, जिसमें वे पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाते दिखे। इस पूरे मामले पर बिहार के डीजीपी विनय कुमार ने सफाई दी है। उन्होंने कहा कि पुलिस को घटना की सूचना करीब 45 मिनट तक मिली ही नहीं थी। 

लापरवाही सामने आई तो होगी कार्रवाई 

डीजीपी ने बताया कि पटना पुलिस और एसटीएफ की टीमें मिलकर केस की जांच में तेजी से जुटी हैं और जल्द ही इस मामले को तार्किक परिणति तक पहुंचाया जाएगा। डीजीपी विनय कुमार ने कहा कि गोपाल खेमका हत्या कांड में डायल 112 या स्थानीय थाना को करीब 40-45 मिनट तक कोई सूचना नहीं मिली। जैसे ही सूचना मिली, पुलिस टीम तत्काल घटनास्थल पर रवाना हो गई। फिर भी पूरे मामले की जांच की जा रही है। अगर इसमें कहीं कोई लापरवाही पाई गई तो संबंधित अधिकारियों पर कार्रवाई होगी।

अस्पताल से गई थी पहली सूचना

डीजीपी ने कहा कि शुक्रवार रात करीब 11:40 बजे गोली चलने की घटना हुई। इसके बाद परिजन कारोबारी गोपाल खेमका को लेकर कंकड़बाग के एक निजी अस्पताल चले गए। जिसमें 30-35 मिनट का समय लगा। वहां अस्पताल प्रबंधन ने सबसे पहले कंकड़बाग थाना को सूचना दी। रात 12:30 बजे के आसपास पुलिस को इस हत्या की जानकारी मिली और 10 मिनट के भीतर पुलिस की टीम घटनास्थल पर पहुंच गई थी।

छोटे बेटे को मिली सुरक्षा 

मामले को लेकर आईजी जितेंद्र राणा ने भी कहा कि परिजनों की ओर से शिकायत मिली है। जांच कर दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी। डीजीपी ने बताया कि इस हत्याकांड के बाद एहतियातन गोपाल खेमका के बेटे की सुरक्षा में दो पुलिसकर्मियों को तैनात कर दिया गया है।

पटना से अनिल की रिपोर्ट