बिहार चुनाव 2025: परिवारवाद के विरोधियों की खुली पोल, NDA ने उतारे 20 से अधिक 'सियासी वारिस'
Bihar Chunav 2025: बीजेपी, जेडीयू, एलजेपीआर, हम और आरएलएम के 20 प्रत्याशी ऐसे हैं जो सियासी परिवार से या तो सीधे तौर पर जुड़े हैं या फिर उनका कोई न कोई रिश्तेदारी का लिंक है.

N4N डेस्क: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में भारतीय जनता पार्टी (BJP) सहित राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) के घटक दलों ने 'परिवारवाद' (वंशवाद) के विरोध के अपने दावों पर सवाल खड़े कर दिए हैं। एनडीए के विभिन्न दलों ने इस चुनाव में 22 से अधिक ऐसे उम्मीदवारों को टिकट दिया है जो किसी न किसी सियासी परिवार से ताल्लुक रखते हैं।विरोधियों और सामाजिक संगठनों ने बीजेपी, जेडीयू, हम (HAM), एलजेपीआर और आरएलएम की टिकट नीति को निशाने पर लिया है, क्योंकि टिकट बंटवारे में परिवारवाद का प्रभाव खुलकर सामने आया है।जीतन राम मांझी के नेतृत्व वाली हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (HAM) की सबसे अधिक आलोचना हो रही है। HAM ने अपने छह उम्मीदवारों में से पाँच को सीधे तौर पर पारिवारिक संबंधों के आधार पर टिकट दिया है।
जेडीयू में बाहुबली के बेटे सहित 5 वारिस
जनता दल (यूनाइटेड) ने अपनी 101 उम्मीदवारों की सूची में पाँच ऐसे प्रत्याशी शामिल किए हैं जो राजनीतिक विरासत से आते हैं:
उम्मीदवार |
सीट |
राजनीतिक संबंध |
चेतन आनंद |
नबीनगर |
बाहुबली आनंद मोहन के बेटे। |
रुहेल रंजन |
इस्लामपुर |
दिवंगत विधायक राजीव रंजन के पुत्र। |
अभिषेक कुमार |
चेरिया बरियारपुर |
पूर्व मंत्री मंजू वर्मा के बेटे। |
कोमल सिंह |
गायघाट |
विधान पार्षद दिनेश सिंह की पुत्री। |
अतिरेक कुमार |
कुशेश्वरस्थान |
पूर्व विधायक अमन हजारी के बेटे। |
जीतन राम मांझी के 6 में से 5 उम्मीदवार परिवारवादी
HAM ने जिन पाँच परिवारवादी उम्मीदवारों को मैदान में उतारा है, वे इस प्रकार हैं:
दीपा मांझी: इमामगंज से उम्मीदवार, जो जीतन राम मांझी की बहू हैं।
ज्योति देवी: बाराचट्टी से उम्मीदवार, जो जीतन राम मांझी की समधन हैं।
प्रफुल्ल कुमार मांझी: सिकंदरा से उम्मीदवार, जो जीतन राम मांझी के दामाद हैं।
रोमित कुमार: अतरी से उम्मीदवार, जो वर्तमान विधायक अनिल कुमार के भतीजे हैं।
अनिल कुमार: टिकरी से उम्मीदवार, जो पूर्व सांसद अरुण कुमार के रिश्तेदार हैं।
उपेंद्र कुशवाहा ने पत्नी को बनाया प्रत्याशी
राष्ट्रीय लोक मंच (RLM) के प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा ने भी अपनी पत्नी स्नेहलता कुशवाहा को सासाराम से उम्मीदवार बनाया है, ताकि परिवार की राजनीतिक साख आगे बनी रहे।