BJP Samrat Choudhary: बिहार चुनाव से पहले सम्राट चौधरी बोले- 'बिहार में विनाश और विकास की लड़ाई, अब जनता तय करेगी भविष्य'
BJP Samrat Choudhary: बिहार चुनाव 2025 से पहले ‘पंचायत आजतक बिहार’ कार्यक्रम में डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने विकास, गठबंधन और राज्य की प्रगति पर विस्तार से बात की।

BJP Samrat Choudhary: बिहार विधानसभा चुनाव की उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है। दो चरणों में होने वाली वोटिंग (6 और 11 नवंबर) से पहले पटना में ‘पंचायत आजतक बिहार’ कार्यक्रम ने सियासी माहौल को गर्म कर दिया। इस मंच पर डिप्टी सीएम और बीजेपी उम्मीदवार सम्राट चौधरी ने अपने अनुभव, गठबंधन की मजबूती और राज्य की उपलब्धियों पर खुलकर बात की। कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि बिहार आज विनाश बनाम विकास की लड़ाई लड़ रहा है” और आने वाले चुनाव में जनता यह तय करेगी कि राज्य किस दिशा में जाएगा।
बीजेपी-जेडीयू गठबंधन पर बोले सम्राट चौधरी
सीट बंटवारे पर पूछे गए सवाल पर सम्राट चौधरी ने कहा कि बीजेपी और जेडीयू का रिश्ता जुड़वा भाइयों जैसा है। दोनों ही दल 1996 से साथ हैं और इस लंबे राजनीतिक गठबंधन ने बिहार की जनता का विश्वास जीता है।उनके मुताबिक बीजेपी और जेडीयू दोनों बराबर हैं। 101-101 सीटों पर चुनाव लड़ना हमारे संतुलित रिश्ते की पहचान है। यह गठबंधन बिहार के विकास की गारंटी है। उन्होंने यह भी कहा कि बिहार की जनता ने 2005 के बाद जो बदलाव देखा, वह इसी स्थायी गठबंधन का परिणाम है। सम्राट चौधरी के अनुसार, 2005 से पहले बिहार की छवि बदहाल थी, लेकिन नीतीश कुमार के नेतृत्व में राज्य ने विकास की गाड़ी फिर से पटरी पर चढ़ाई।
विकास का नया चेहरा सड़क, बिजली और बाढ़ नियंत्रण
सम्राट चौधरी ने कहा कि बिहार में 2005 के बाद जो बदलाव हुए हैं, वे अभूतपूर्व हैं। उन्होंने बताया कि अब पटना से गया, मुजफ्फरपुर या बेगूसराय जैसे शहरों तक सवा घंटे में पहुंचना संभव है — जो पहले नामुमकिन था।उन्होंने बताया कि बाढ़ नियंत्रण में भी राज्य ने उल्लेखनीय प्रगति की है।2008 में जब 1.92 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया था, तब सैकड़ों गांव डूब गए थे। लेकिन अब जब 6.5 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया, तो सिर्फ 56 गांव प्रभावित हुए — क्योंकि सरकार ने त्वरित राहत और नियंत्रण की नीति अपनाई।उन्होंने कहा कि बिहार की सड़कों, बिजली व्यवस्था और ग्रामीण कनेक्टिविटी में जबरदस्त सुधार हुआ है।
सामाजिक बदलाव और महिलाओं की सुरक्षा
सम्राट चौधरी ने शराबबंदी और महिला सुरक्षा पर राज्य सरकार की उपलब्धियों को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि बिहार में शराबबंदी कानून सख्ती से लागू है और अब सड़क पर कोई शराबी नहीं दिखता।महिलाओं की भागीदारी और सुरक्षा को लेकर उन्होंने कहा कि बिहार में सबसे ज्यादा महिला पुलिस भर्ती हुई है। इसके साथ ही महिलाओं को वित्तीय मदद, रोजगार योजनाओं और स्व-सहायता समूहों के माध्यम से सशक्त किया गया है।उन्होंने कहा कि इन योजनाओं का असर सिर्फ सामाजिक नहीं बल्कि आर्थिक स्तर पर भी दिखाई दे रहा है।
बजट, रोजगार और वित्तीय सुधार
फाइनेंस से जुड़े अपने अनुभव साझा करते हुए सम्राट चौधरी ने बताया कि बिहार की कुल इनकम अब 3.25 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गई है।उन्होंने बताया कि राज्य की आय में से 1.12 लाख करोड़ रुपये कर्मचारियों की सैलरी पर खर्च होते हैं।उन्होंने कहा कि सरकार ने 125 यूनिट फ्री बिजली स्कीम लागू की, जिससे 1.9 करोड़ परिवारों को फायदा हुआ। बिजली सब्सिडी के लिए 21,000 करोड़ रुपये का बजट रखा गया है और यह सुविधा सभी वर्गों — गरीब, पिछड़े, दलित, मुस्लिम और सामान्य — के लिए समान रूप से लागू है।सम्राट चौधरी ने बताया कि जीएसटी लागू होने के बाद बिहार की वित्तीय स्थिति में ऐतिहासिक सुधार हुआ है।पहले राज्य को 6,000 करोड़ रुपये का बजट मिलता था, अब 70,000 करोड़ रुपये का राजस्व हो गया है। यह मोदी सरकार की आर्थिक नीतियों की सफलता का परिणाम है।”
रोजगार और उद्योगों में नए अवसर
सम्राट चौधरी ने कहा कि बिहार में रोजगार सृजन सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है।उन्होंने बताया कि राज्य में 2.7 करोड़ परिवार हैं और 22 लाख सरकारी नौकरियों की वैकेंसी मौजूद है।पिछले पांच वर्षों में 11 लाख नौकरियाँ दी गई हैं, और आने वाले समय में यह संख्या और बढ़ेगी।उन्होंने दावा किया कि इंडस्ट्री के लिए भूमि आवंटन प्रक्रिया आसान की जा रही है, जिससे 30 दिनों के भीतर निवेशक बिहार में कारोबार शुरू कर सकेंगे।उन्होंने कहा कि ग्रामीण रोजगार, युवाओं की ट्रेनिंग और महिलाओं के स्वावलंबन पर राज्य ने गंभीरता से काम किया है।
प्रशांत किशोर पर तंज और राजनीतिक जवाब
राजनीतिक चर्चाओं में जब प्रशांत किशोर का नाम आया तो सम्राट चौधरी ने व्यंग्य भरे लहजे में जवाब दिया।उन्होंने कहा कि ताश के खेल में एक जोकर होता है, जिसका कोई अस्तित्व नहीं होता। राजनीति में भी कई जोकर आते हैं और चले जाते हैं।उन्होंने आगे कहा कि वे “धरती के आदमी” हैं, जिनका जनता से सीधा संबंध है।मैं 30 साल से बिहार की राजनीति में हूं। जिन्होंने कभी चुनाव नहीं लड़ा, वे हमारे अनुभव पर सवाल उठा रहे हैं। जनता असली और नकली दोनों को पहचानती है।”
बिहार का विकास मॉडल और एनडीए का भरोसा
कार्यक्रम के अंत में सम्राट चौधरी ने कहा कि 2005 से 2025 तक बिहार ने जितनी तरक्की की है, उतनी प्रगति आज़ादी के बाद के 60 वर्षों में नहीं हुई थी।उन्होंने कहा कि राज्य में अब शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार और संस्कृति के क्षेत्र में नया दौर शुरू हुआ है।बिहार अब पलायन की नहीं, अवसरों की धरती बन रहा है। एनडीए की सरकार ने यह साबित किया है कि अगर नीयत साफ हो तो कोई भी राज्य बदल सकता है। उन्होंने जनता से अपील की कि आने वाले चुनाव में विकास के एजेंडे को ही प्राथमिकता दें और झूठे वादों से दूर रहें।