Bihar Weather: बिहार में शुरु होने वाली है हाड़ कंपा देने वाली है ठंड, पछुआ हवा बढ़ाएगी कनकनी, 15 दिसंबर के बाद सताएगी प्रचंड सर्दी
Bihar Weather:बिहार राज्य इन दिनों कड़ाके की सर्दी की प्रचंड पकड़ में है, और इस मौसम की तल्खी आकस्मिक नहीं है। इसकी जड़ में 'बंगाल की खाड़ी' में बन रहा उच्च दबाव है, जिसके जटिल मौसम विज्ञान का सीधा प्रभाव प्रदेश पर पड़ रहा है।
Bihar Weather:बिहार राज्य इन दिनों कड़ाके की सर्दी की प्रचंड पकड़ में है, और इस मौसम की तल्खी आकस्मिक नहीं है। इसकी जड़ में 'बंगाल की खाड़ी' में बन रहा उच्च दबाव है, जिसके जटिल मौसम विज्ञान का सीधा प्रभाव प्रदेश पर पड़ रहा है। इस उच्च दबाव के केन्द्र से चलने वाली शीतल हवाओं ने पूरे 'राज्य' को अपनी जकड़ में ले लिया है, जिससे जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है।
'बिहार मौसम सेवा केन्द्र' की ताज़ा जानकारी के अनुसार, 'राजधानी पटना, गया, सहरसा, कटिहार सहित कई जिलो में ठिठुरन का तीव्र अनुभव हो रहा है। पिछले कई दिनों से न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से नीचे ही बना हुआ है, और पिछले दो दिनों से तो रात का पारा 5 डिग्री के आस-पास ही दर्ज किया जा रहा है, जो सामान्य'से काफी कम है।
मौसम संबंधी सूचना' के अनुसार, पूरे राज्य का आकाश शुष्क रहेगा। हालांकि, सुबह के समय हल्का कोहरा और धुंध यात्रियों के लिए समस्या बढ़ा सकता है। इसलिए, यात्रा करने वालों को सावधान रहने की सख्त सलाह दी गई है।
राज्यमें इस समय 15 से 20 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ़्तार से हवाएँ बह रही हैं, जिससे विशेषकर सुबह और शाम में ठंड की तीव्रता और बढ़ जा रही है। मौसम विभाग के अनुसार आगामी दो-तीन दिनों तक सुबह के समय घना कोहरा छाया रहने के आसार हैं। हालांकि तापमान में किसी बड़े बदलाव की संभावना नहीं जताई गई है। पटना में अधिकतम तापमान 24.9 डिग्री और न्यूनतम 13 डिग्री दर्ज किया गया, जो सामान्य से कम है। रविवार की सुबह भी कोहरा छाया रहने का अनुमान है, जिससे दृश्यता प्रभावित हो सकती है।
बढ़ती ठंड और तेज़ हवा के चलते लोग अलाव और गर्म कपड़ों का सहारा ले रहे हैं। प्रशासन की अपील है कि अनावश्यक रूप से सुबह-सुबह घरों से निकलने से बचें और बच्चों को ठंड से बचाने के लिए जरूरी सावधानियाँ बरतें। यह सर्दी भले अस्थायी हो, लेकिन इसकी तीव्रता ने पूरे बिहार में चिंता बढ़ा दी है।
इस बढ़ती ठंड में पश्चिमी हवाओं (पछुआ हवाएँ) ने कनकनी को और तीखा कर दिया है। ये ठंडी हवाएँ तेज़ी से पारे को नीचे गिरा रही हैं। मौसम विभाग ने 'आशंका' व्यक्त की है कि अगले दो दिन पश्चिमी चंपारण, 'पूर्वी चंपारण', 'पटना', 'गया' और 'कैमूर' जैसे महत्वपूर्ण जिलों में 'घना कोहरा छाया रहेगा, जिससे दृश्यता बहुत कम हो जाएगी। सकारात्मक बात यह है कि दिन चढ़ने के साथ ही सुनहरी धूप भी प्राप्त हो रही है, जो शीत लहर के प्रकोप पर मरहम जैसा काम कर रही है और लोगों को बड़ी राहत दे रही है।
विशेषज्ञों का कहना है कि अगले 4-5 दिनों तक अधिकतम और न्यूनतम तापमान में कोई विशेष' 'परिवर्तन नहीं होगा, लेकिन पारा 15 दिसंबर के बाद एक बार फिर गिरावट की दिशा में बढ़ सकता है। तब तक मामूली उतार-चढ़ाव जारी रहेगा। सतर्कता ही सर्दी की भयंकर मार से बचने का मूल उपाय है।