Patna news - डा. दिलीप जायसवाल के हाउस गार्ड सुसाइड केस में आया पत्नी के प्रताड़ना वाला एंगल, परिजनों ने कहा -बेटे की नौकरी और पैसे पर थी बहू की नजर
patna news - bjp बिहार प्रदेश अध्यक्ष के आवास पर गार्ड के आत्महत्या मामले में पत्नी और ससुराल पर प्रताड़ित करने का आरोप लगा है। मृतका की मां का आरोप है कि बहू की नजर बेटे के पैसे और नौकरी पर थी। जिससे घर में विवाद होता था।

Patna - पिछले कुछ महीने से पत्नी से प्रताड़ित पतियों के सुसाइड के कई मामले सामने आए हैं। अब बिहार बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष डा. दिलीप जायसवाल के हाउस गार्ड आशुतोष मिश्रा की मौत के मामले में भी यही कारण सामने आ रहे हैं। मृतक आशुतोष की मां प्रमिला देवी का आरोप है कि उसकी बहू और समधन ने बेटे को आत्महत्या के लिए उकसाया है। मामले में सचिवालय थाने में केस दर्ज किया गया है।
बेटे के पैसे और नौकरी पर थी नजर
मां का कहना है कि बहू सोनी कुमारी(35) की नजर मेरे बेटे की नौकरी और उसके पैसे पर थी। जिसके लिए उसे लगातार मानसिक रूप के टॉर्चर किया जा रहा था। जिसमें बहू की मां सरोज देवी(65) भी पूरा साथ दे रही थी। वह हमेशा पैसे के लिए दबाव दे रहे थे। मां ने उन्हें सख्त सजा देने की मांग की है।
बता दें कि आशुतोष की शादी 2013 में पूर्वी सिंहभूम में हुई थी। शादी के बाद दो बच्चे हुए, जिनमें एक बेटी (5 साल) और डेढ़ साल का बेटा है।
सुसाइड से पहले की पत्नी से बात
वहीं मामले की जांच कर रही पुलिस पुलिस सूत्रों के मुताबिक घटना से पहले मृतक ने पत्नी से फोन पर बातचीत की थी। किसी बात को लेकर दोनों के बीच तनाव बढ़ गया था। कहासुनी हुई, फिर फोन कट गया। इसके कुछ समय बाद आशुतोष की मौत की खबर सामने आई।
मंगलवार की है घटना
मंगलवार को भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल के सरकारी आवास पर हाउस गार्ड आशुतोष मिश्रा(45) खुदकुशी कर ली थी। सचिवालय थाना क्षेत्र में MLC हाउस नंबर 21 में लाइसेंसी पिस्टल से अपने सिर में गोली मारी थी। घटना के बाद मौसेरे भाई भाई अभय मौके पर पहुंचे थे। उन्होंने कहा था, 'घरेलू परेशानी थी। परिवार में तनाव था, लेकिन क्या बात थी, इतना पता नहीं है।
गोला रोड में किराए पर रहता था जवान
जवान आशुतोष मिश्रा गोला रोड में रेंट पर रहते थे। ड्यूटी दिलीप जायसवाल के आवास पर लगी थी। मंगलवार सवा नौ बजे तक अपने साथियों के साथ ही आवास पर थे। खाना बन रहा था। खाने के लिए जब जवान को खोजा जाने लगा तो देखा कि उनकी डेड बॉडी पड़ी हुई है।
आशुतोष मिश्रा के साथी ने बताया था, 'जिस वक्त गोली चली, दूसरे साथी ड्यूटी पर जाने के लिए तैयार हो रहे थे।' सोमवार रात आशुतोष ने अपने साथियों के साथ ठीक ढंग से बातचीत की थी। किसी तरह की परेशानी के बारे में नहीं बताया था।