Bihar STF: बिहार एसटीएफ को हाईटेक हथियारों का जखीरा, वॉल रडार और कॉर्नर शॉट से अब दीवारों के पार देखेगा कानून, इजरायली तकनीक से लैस मिलेंगे कई अस्त्र
Bihar STF: सरकार ने अब बिहार पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स को अत्याधुनिक हथियारों से लैस करने की दिशा में बड़ा कदम उठाया है। गृह विभाग ने एसटीएफ के लिए करीब 5 करोड़ रुपये की लागत से इजरायली तकनीक से लैस कई उपकरणों की खरीद को मंजूरी दी है...

Bihar STF: राज्य में बढ़ते अपराध और विपक्ष के तीखे हमलों के बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सरकार ने अब बिहार पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स को अत्याधुनिक हथियारों से लैस करने की दिशा में बड़ा कदम उठाया है। गृह विभाग ने एसटीएफ के लिए करीब 5 करोड़ रुपये की लागत से इजरायली तकनीक से लैस कई घातक लेकिन फोर्स के लिए सेफ उपकरणों की खरीद को मंजूरी दी है। इस कदम को बिहार में क्राइम कंट्रोल की दिशा में तकनीकी क्रांति के रूप में देखा जा रहा है।
वॉल रडार सिस्टम: जिससे एसटीएफ 20 मीटर दूर से 12 इंच मोटी दीवार के पीछे छिपे अपराधी की हरकत देख सकेगी। इससे मकान में छिपे अपराधी की सटीक लोकेशन का पता लगेगा और बिना जोखिम के कार्रवाई मुमकिन होगी।
कॉर्नर शॉट वेपन (2 यूनिट): यह हथियार कैमरा और स्क्रीन से लैस होता है, जिससे जवान बिना खुद सामने आए, कोने के पीछे से छिपे अपराधी को सटीक निशाना बना सकता है। इसका उपयोग इजरायल समेत कई देशों की स्पेशल फोर्स कर रही हैं।
नॉन लीथल इनकैपेसिटिंग डिवाइस (10 यूनिट): गोली चलाए बिना अपराधी को निष्क्रिय करने वाला ये डिवाइस भी एसटीएफ के पास होगा।
नाइट विजन डिवाइस (10): रात के अंधेरे में ऑपरेशन को सफल बनाने के लिए।
LED ड्रैगन लाइट (50) और वॉकी-टॉकी (50): तेज रोशनी और बेहतर संचार व्यवस्था के लिए।
हल्के टेंट (80): फील्ड ऑपरेशन के दौरान अस्थायी कैम्पिंग के लिए।
ये हाईटेक हथियार STF को अर्बन एनकाउंटर, बंधक संकट और ऑपरेशन क्लीन जैसे खतरनाक अभियानों में बढ़त दिलाएंगे। सबसे अहम है कि अब जवानों की जान को जोखिम में डाले बिना दीवार के पीछे छिपे अपराधियों को ढूंढ कर मारा जा सकेगा।
जहां विपक्ष नीतीश सरकार को अपराध पर काबू नहीं पाने को लेकर घेर रही थी, वहीं अब सरकार का ये फैसला कानून-व्यवस्था मजबूत करने की दिशा में बड़ा सन्देश दे रहा है। मुख्यमंत्री कार्यालय और गृह विभाग की निगरानी में यह योजना अमल में लाई जा रही है।