Bihar Electricity Bill: बिहार में और सस्ती होगी बिजली, हर महीने इतने रुपए की बचत, इस दिन से लागू होगी व्यवस्था

Bihar Electricity Bill: बिहार में सस्ती बिजली मिलने का रास्ता साफ होते दिख रहा है। अगर बिजली सस्ती होती है तो शहरी उपभोक्ताओं को विशेष राहत मिलेगी। जानकारी अनुसार कंपनी ने आयोग को एक स्लैब व्यवस्था लालू करने का प्रस्ताव भेजा है।

बिहार बिजली
बिहार में सस्ती होगी बिजली - फोटो : social media

Bihar Electricity Bill:  बिहार में अब शहरी उपभोक्ताओं को बड़ी राहत मिलने वाली है। कंपनी ने एक स्लैब व्यवस्था लागू करने का प्रस्ताव आयोग को भेजा है। यदि प्रस्ताव पारित हो जाता है तो 2026 यानी अगले साल से शहरी उपभोक्ताओं को बिजली सस्ती मिलेगी। सूत्रों की मानें तो आने वाले दिनों में सस्ती बिजली मिलने का रास्ता साफ होते दिख रहा है। जानकारी अनुसार राज्य की बिजली कंपनी ने शहरी घरेलू उपभोक्ताओं के लिए बिजली दरें कम करने का प्रस्ताव बिहार विद्युत विनियामक आयोग को भेज दिया है। 

1 अप्रैल से लागू होगी व्यवस्था 

आयोग की मंजूरी मिलने पर यह नई व्यवस्था 1 अप्रैल 2026 से लागू हो जाएगी। इससे राज्य के 35 लाख से अधिक शहरी उपभोक्ताओं को सीधा लाभ मिलेगा। कंपनी ने शहरी क्षेत्रों में भी बिजली दरों की संरचना को सरल बनाते हुए ग्रामीण मॉडल की तरह एक स्लैब व्यवस्था लागू करने का प्रस्ताव दिया है। पिछले साल ग्रामीण घरेलू उपभोक्ता श्रेणी में दो की जगह एक स्लैब लागू करने के प्रस्ताव को आयोग की मंजूरी मिल चुकी है और ग्रामीण क्षेत्र में यह व्यवस्था लागू भी है। इसी को आगे बढ़ाते हुए कंपनी अब शहरी घरेलू उपभोक्ताओं के लिए भी एक ही स्लैब करने की तैयारी में है।

फिलहाल 125 यूनिट फ्री

वर्तमान व्यवस्था में शहरी उपभोक्ताओं के लिए 1 से 100 यूनिट तक बिजली की अनुदानरहित दर 7.42 रुपये प्रति यूनिट है। सरकार 3.30 रुपये अनुदान देती है, जिसके बाद उपभोक्ता को 4.12 रुपये प्रति यूनिट की दर से बिल चुकाना पड़ता है। हालांकि, जुलाई 2025 से 125 यूनिट तक बिजली खपत को निशुल्क कर दिए जाने के बाद उपभोक्ताओं को पहले स्लैब में कोई भुगतान नहीं करना पड़ता। दूसरा स्लैब 100 यूनिट से अधिक खपत पर लागू होता है, जिसमें अनुदानरहित दर 8.95 रुपये प्रति यूनिट है। सरकार की ओर से 3.43 रुपये प्रति यूनिट अनुदान दिए जाने पर उपभोक्ताओं को 5.52 रुपये प्रति यूनिट की दर से बिजली बिल चुकाना होता है।

हर महीने 140 रुपए की बचत 

अब कंपनी ने इस दूसरे स्लैब को समाप्त करने का प्रस्ताव दिया है। शहरी इलाकों में एक परिवार औसतन 200 से 225 यूनिट बिजली उपयोग करता है। 125 यूनिट मुफ्त होने के बाद अगर उपभोक्ता प्रति माह 100 यूनिट अतिरिक्त बिजली भी खर्च करते हैं, तो उन्हें हर महीने लगभग 140 रुपये की बचत होगी। 

50 करोड़ रुपए की बचत होने का अनुमान 

बिजली कंपनी के अनुसार, शहरी उपभोक्ताओं की संख्या हर साल लगातार बढ़ रही है। वित्तीय वर्ष 2023-24 में राज्य में 30,43,930 शहरी घरेलू उपभोक्ता थे, जिनमें उत्तर बिहार में 14,16,794 और दक्षिण बिहार में 16,27,136 उपभोक्ता शामिल थे। वित्तीय वर्ष 2024-25 में यह संख्या बढ़कर 31,48,009 हो गई। वर्तमान में शहरी घरेलू उपभोक्ताओं की संख्या बढ़कर 35 लाख से अधिक हो चुकी है। नई दर प्रणाली लागू होने पर राज्यभर के उपभोक्ताओं को हर महीने कुल मिलाकर लगभग 50 करोड़ रुपये की बचत होने का अनुमान है।