Bihar Weather: पूरे बिहार में आज भी बरसेंगे बदरा, सीवान-गोपालगंज सहित 6 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट, जानिए कैसा रहेगा पटना का मौसम

Bihar Weather: बिहार में मानसून एक्टिव है। मौसम विभाग ने आज भी पूरे जिले में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। गोपालगंज-सिवान सहित 6 जिलों के लिए भारी बारिश का अलर्ट जारी है।

बारिश
पूरे बिहार के लिए अलर्ट - फोटो : social media

Bihar Weather: बिहार में मानसून एक्टिव है। पूरे प्रदेश में बारिश का दौर जारी है। लगातार हो रही बारिश से जहां एक ओर गर्मी और उमस से राहत मिली है तो वहीं दूसरी ओर बारिश ने हालात भी बिगाड़ दिए हैं। राज्य की कई नदियां उफान पर हैं और बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। पटना में भारी बारिश के कारण जलजमाव की स्थिति है। 

इन जिलों में भारी बारिश का अलर्ट 

वहीं मौसम विभाग ने आज यानी सोमवार को भी गरज और बिजली के साथ बारिश की संभावना जताई है। पश्चिमी चंपारण और पूर्वी चंपारण जिलों में अति भारी बारिश को लेकर ऑरेंज अलर्ट, जबकि सीवान, शिवहर और गोपालगंज में येलो अलर्ट जारी किया गया है। साथ ही, 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने की भी चेतावनी दी गई है।

24 घंटे में 30 मिमी बारिश 

मौसम विभाग के अनुसार, पिछले 24 घंटों के दौरान राज्य में औसतन 30 मिमी वर्षा रिकॉर्ड की गई। मधुबनी, किशनगंज, सीवान और पूर्णिया के कुछ स्थानों पर अति भारी बारिश दर्ज की गई है। अधिकतम तापमान भागलपुर में 33.1 डिग्री, जबकि न्यूनतम तापमान बक्सर में 24.7 डिग्री सेल्सियस रहा।

पटना के आसपास बाढ़ का खतरा

राजधानी पटना के आसपास की गंगा, पुनपुन, सोन, दरधा और कररुआ नदियों में जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। कई निचले इलाकों में पानी फैलने लगा है। इसको देखते हुए जल संसाधन विभाग ने विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं और रात्रिकालीन निगरानी भी शुरू कर दी गई है।

खतरे के निशान से ऊपर गंगा, पुनपुन और सोन

गंगा नदी का जलस्तर गांधीघाट पर खतरे के निशान से 51 सेंटीमीटर ऊपर, जबकि हाथीदह में 35 सेंटीमीटर ऊपर दर्ज किया गया है। पुनपुन नदी श्रीपालपुर में 16 सेंटीमीटर और सोन नदी मनेर में 5 सेंटीमीटर खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। इन सभी नदियों में लगातार जलस्तर बढ़ रहा है।

पटना के चार प्रखंडों में अलर्ट

पटना जिले के मनेर, दानापुर, पटना सदर और संपतचक प्रखंडों में बाढ़ का खतरा बना हुआ है। प्रशासन ने संबंधित अधिकारियों को सतर्क रहने और पेट्रोलिंग बढ़ाने के निर्देश दिए हैं। गंगा का जलस्तर अगर इसी तरह बढ़ता रहा तो नकटा दियारा, बिंदटोली जैसे निचले इलाकों में पानी भर सकता है।