Chandan Mishra Murder Case: चंदन मिश्रा हत्याकांड में बड़ा खुलासा, निशु के लिए बिना एडवांस तौसीफ ने किया मर्डर, गैंगस्टर को भी थी हत्या की भनक, लेकिन...

Chandan Mishra Murder Case: चंदन मिश्रा हत्याकांड मामले में एक के बाद एक बड़े खुलासे हो रहे हैं। तौसीफ ने पुलिस को बताया है कि निशु के कहने पर उसने बिना एडवांस लिए ही गैंगस्टर की हत्या कर दी...

चंदन मिश्रा हत्याकांड
गैंगस्टर हत्याकांड में एक और खुलासा - फोटो : social media

Chandan Mishra Murder Case:  बक्सर के गैंगस्टर चंदन मिश्रा की हत्या के मामले में गिरफ्तार मुख्य शूटर तौसीफ बादशाह की 72 घंटे की पुलिस रिमांड गुरुवार को पूरी हो गई। पुलिस ने उससे लगातार पूछताछ की और हत्या में शामिल अन्य लोगों की भूमिका को खंगाला। पूछताछ में कई चौंकाने वाले खुलासे सामने आए हैं। तौसीफ ने पुलिस को बताया कि उसने बिना एडवांस के ही गैंगस्टर चंदन मिश्रा की मर्डर कर दी। उन्हें मर्डर की सुपारी मिली थी हर शूटर को 5-5 लाख रुपए मिलने थे लेकिन उन्हें अब तक पैसे नहीं मिले हैं। 

 बिना एडवांस की हत्या

सूत्रों के अनुसार, तौसीफ ने पुलिस को बताया कि वह निशु खान पर जान छिड़कता है और उसके कहने पर ही यह हत्या बिना किसी एडवांस रकम के की गई। तौसीफ और निशु मौसेरे भाई हैं। हत्या की पूरी साजिश भी निशु के घर पर ही रची गई थी। तौसीफ ने बताया कि वारदात को अंजाम देने से एक दिन पहले यानी 16 जुलाई को ही कोलकाता के एक होटल में रूम बुक कर लिया गया था। हत्या के बाद 17 जुलाई की शाम तौसीफ, निशु, उसकी गर्लफ्रेंड, हर्ष और भीम के साथ समनपुरा से कार में गया, बरही और रांची होते हुए कोलकाता भाग गया।

चंदन के कमरे तक पहुंचने में की स्टाफ की मदद से जुगाड़

तौसीफ ने बताया कि वारदात के समय वह नशे में था। पहले वह अस्पताल के मुख्य द्वार से घुसने की कोशिश कर रहा था, लेकिन गार्ड ने उसे रोक दिया। इसके बाद वह पीछे के गेट से अस्पताल में दाखिल हुआ जहां कोई सुरक्षा गार्ड मौजूद नहीं था। चंदन के कमरे तक पहुंचने के लिए उसने अस्पताल के एक स्टाफ को फोन किया जो उसे पहले से जानता था। तौसीफ ने झूठ बोलते हुए कहा कि उसके दोस्त के चाचा भर्ती हैं और उनका नाम चंदन मिश्रा है। स्टाफ ने कंप्यूटर से जानकारी देखकर कमरा नंबर बता दिया। इसके बाद भी जब वह रास्ता नहीं ढूंढ पाया तो फिर से उसी स्टाफ को फोन कर सेकेंड फ्लोर बुलाया और सही रास्ता पूछकर चंदन के कमरे तक पहुंच गया।

वारदात के बाद मेन गेट से निकला

हत्या को अंजाम देने के बाद तौसीफ अपने साथियों के साथ मेन गेट से भाग निकला। अस्पताल के CCTV फुटेज में तौसीफ का चेहरा कैद हो गया। बाद में जब वह कोलकाता पहुंचा तो खबरों में अपनी तस्वीर देखकर चौक गया। पहचान से बचने के लिए उसने तुरंत क्लीन शेव करवा लिया और अपना हुलिया बदलने की कोशिश की।

चंदन मिश्रा के गुर्गों को था हमले का अंदेशा

पुलिस को शक है कि चंदन मिश्रा के गुर्गों को हमले की आशंका पहले से थी। इसी वजह से उनके कुछ लोग अस्पताल के आसपास पहले से मौजूद थे। घटना के कुछ ही देर बाद चंदन के लोग अस्पताल पहुंचे, जबकि बक्सर से इतनी जल्दी पटना पहुंचना संभव नहीं था। इससे स्पष्ट है कि वे पहले से अस्पताल के आसपास ही थे।

डॉक्टर और स्टाफ से भी हुई पूछताछ

पुलिस ने अस्पताल के डॉक्टर और स्टाफ से भी पूछताछ की जिन्होंने बताया कि उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं थी। हालांकि, वारदात के बाद अस्पताल के कई कर्मी डर के मारे इधर-उधर दुबक गए थे। पूछताछ में तौसीफ ने यह भी स्वीकार किया कि वह पटना का बड़ा गैंगस्टर यानी 'डॉन' बनना चाहता था। चंदन मिश्रा की हत्या उसी दिशा में पहला कदम था। वहीं आज एक बार फिर तौसीफ को कोर्ट में पेश किया जाएगा। मेडिकल कराने के बाद तौसीफ को कोर्ट में पेश किया जाएगा।