Bihar Politics - कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने बताया बिहार को छोटा-मोटा राज्य, भड़के चिराग पासवान, कहा – यह बिहार के गौरवशाली इतिहास का अपमान
Bihar Politics - कांग्रेस अध्यक्ष ने बिहार को छोटा राज्य बताया है, जिसको लेकर चिराग पासवान ने मोर्चा खोलते हुए उन पर बिहार के गौरवशाली इतिहास का अपमान करने का आरोप लगाया है।

Patna - बिहार एक छोटा मोटा राज्य है। यह बातें कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कही है। लेकिन अब उनके इस बयान का विरोध शुरू हो गया है। केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने मल्लिकार्जुन खड़गे के इस बयान का विरोध किया है। उन्होंने इसे बिहार की गौरवशाली परंपरा का अपमान बताया है।
चिराग ने कांग्रेस अध्यक्ष को बिहार के इतिहास का पाठ पढ़ाते हुए बताते हुए कहा कि इस राज्य का इतिहास गौरवशाली रहा है। बल्कि देश में सबसे ज्यादा आईएएस और आईपीएस इसी राज्य से आते हैं। कांग्रेस अध्यक्ष का यह बयान उनकी छोटी मानसिकता को दिखाता है।
चिराग ने अपने एक्स हैंडल पर मल्लिकार्जुन खड़गे को निशाना साधते हुए लिखा -
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष द्वारा बिहार को "छोटा - मोटा" राज्य कहकर संबोधन करना अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण और अशोभनीय है। यह केवल बिहार नहीं, बल्कि इसकी गौरवशाली परंपरा, संस्कृति और जनमानस का अपमान है। बिहार वह धरती है जहां से चाणक्य जैसे महान नीतिज्ञ ने संपूर्ण भारत को राष्ट्रनीति का मार्ग दिखाया। यही वह भूमि है जिसने लोकनायक जयप्रकाश नारायण जैसे लोकतंत्र सेनानी को जन्म दिया, जिन्होंने आपातकाल के विरुद्ध निर्णायक संघर्ष किया। श्रद्धेय कर्पूरी ठाकुर जैसे जननेता ने सामाजिक न्याय की मजबूत नींव रखी।
बिहार को "लोकतंत्र की जननी" कहा जाता है — यह वही राज्य है जहां से सबसे अधिक संख्या में आईएएस और आईपीएस अधिकारी देश की सेवा के लिए निकलते हैं। बिहार केवल भौगोलिक राज्य नहीं, यह विचारों, मूल्यों और आत्मबल की भूमि है। श्रीमान , बिहार राज्य छोटा नहीं बल्कि कांग्रेस की मानसिकता छोटी है। इस प्रकार का बयान न केवल बिहारवासियों की भावनाओं को ठेस पहुंचाता है, बल्कि यह कांग्रेस पार्टी की मानसिकता को भी उजागर करता है।
बक्सर में हुई थी बेइज्जती
बता दें कि बिहार में मल्लिकार्जुन खड़गे ने बीते माह ही बक्सर में जनसभा की थी। जिसमें आधे से ज्यादा कुर्सियां खाली रह गई थी। न सिर्फ बिहार की जनता ने उन्हें सुनने से इंकार कर दिया. बल्कि पार्टी कार्यकर्ता भी कार्यक्रम में नहीं पहुंचे थे। जिसके कारण मल्लिकार्जुन खड़गे को बिहार से निराश होकर लौटना पड़ा था। अब बिहार को छोटा मोटा राज्य बताकर उन्होंने बिहार में कांग्रेस के लिए नई परेशानी खड़ी कर दी है। जिनसे निबटने के लिए कांग्रेस के साथ राजद को भी काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा।