सिमेज कॉलेज विवाद: छात्रा का नंबर वायरल होने पर छात्रों के दो गुटों और मैनेजमेंट में तकरार दर्ज हुआ FIR
पाटलिपुत्र थाना क्षेत्र के सिमेज कॉलेज में छात्रों और मैनेजमेंट के बीच विवाद हो गया।समझौता बैठक में भड़के डायरेक्टर, जिसके बाद दोनों पक्ष थाने पर पहुंच गए,11 पर केस दर्ज
राजधानी पटना में पाटलिपुत्र थाना क्षेत्र स्थित सिमेज कॉलेज (CIMAGE College) में छात्रों के दो गुटों के बीच शुरू हुआ विवाद अब कॉलेज मैनेजमेंट तक पहुँच गया है, जिसके परिणामस्वरूप दोनों पक्षों ने थाने में शिकायत दर्ज कराई है। विवाद की शुरुआत तब हुई जब कॉलेज की एक छात्रा का मोबाइल नंबर किसी अज्ञात व्यक्ति ने वायरल कर दिया, जिसके बाद उसे लगातार कॉल्स आने लगे। छात्रा ने इस घटना के लिए कॉलेज के एक छात्र पर आशंका जताई और इसकी जानकारी अपने सहयोगी सत्यम और अन्य छात्रों को दी।
नंबर वायरल होने पर शंकर गुट पर टॉर्चर का आरोप
छात्रा के सहयोगियों ने शंकर नाम के छात्र पर नंबर वायरल करने का शक होने के बाद उसे परेशान करना शुरू कर दिया। पुलिस के अनुसार, शंकर को कई बार टॉर्चर भी किया गया, जिसकी शिकायत लेकर वह पहले थाने भी आया था। इसी बीच, यह बात कॉलेज मैनेजमेंट तक पहुँची। जब शंकर थाने पर था, उसी वक्त मैनेजमेंट की ओर से उसे समझौता करने के लिए कॉलेज कैंपस में बुलाया गया। शंकर, जिसके पिता झारखंड में पोस्टेड हैं, मैनेजमेंट के बुलाने पर अपने कुछ भाइयों के साथ कॉलेज पहुँचा।
समझौता बैठक में भड़के डायरेक्टर, 11 पर केस दर्ज
कॉलेज कैंपस में समझौता वार्ता चल रही थी, लेकिन इसी बीच डायरेक्टर आए और शंकर गुट के लोगों पर भड़क गए। इस दौरान दोनों पक्षों के बीच काफी देर तक कहासुनी हुई। मामले को बिगड़ते देख, कॉलेज मैनेजमेंट ने तत्काल इसकी शिकायत पाटलिपुत्र थाने में दर्ज करा दी। थाने में शिकायत दर्ज होने के बाद पुलिस ने शंकर गुट और सत्यम गुट सहित 11 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है। पाटलिपुत्र थानेदार अतुलेश सिंह ने बताया कि दोनों पक्षों के आवेदन पर कार्रवाई की गई है और दोषियों को गिरफ्तार करके न्यायिक हिरासत में भेजा गया है।
पिस्टल का आरोप निराधार, लाइसेंसी हथियार था
कॉलेज मैनेजमेंट ने यह गंभीर आरोप लगाया था कि शंकर गुट के लोग परिसर में पिस्टल लेकर पहुँचे थे। हालांकि, थानेदार अतुलेश सिंह ने इस आरोप को निराधार बताया है। उन्होंने स्पष्ट किया कि जिस पिस्टल की बात की जा रही है, वह लाइसेंसी थी और उसका प्रदर्शन भी नहीं किया गया था। पुलिस ने दोनों पक्षों की ओर से दिए गए आवेदनों पर कार्रवाई करते हुए जांच शुरू कर दी है। फिलहाल पुलिस पूरे मामले की छानबीन कर रही है।