Bihar Congress: कांग्रेस ने बिहार विधानसभा चुनाव टिकट दावेदारों के इंटरव्यू की तारीख की तय, सदाकत आश्रम में होगा सियासी मंथन
Bihar Congress:कांग्रेस ने टिकट के दावेदारों की सियासी परीक्षा के लिए तारीख़ तय कर दी गई है और राजधानी पटना का सदाकत आश्रम इस मंथन का अखाड़ा बनने जा रहा है।

Bihar Congress: बिहार विधानसभा चुनाव की बिसात पर कांग्रेस ने अगली चाल चल दी है। टिकट के दावेदारों की सियासी परीक्षा के लिए तारीख़ तय कर दी गई है और राजधानी पटना का सदाकत आश्रम इस मंथन का अखाड़ा बनने जा रहा है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश राम ने घोषणा की कि इंटरव्यू की प्रक्रिया दो दिनों में पूरी होगी। 13 अगस्त को 21 सांगठनिक जिलों के दावेदारों का साक्षात्कार होगा, जबकि 14 अगस्त को 19 जिलों के दावेदार अपनी किस्मत आज़माएंगे। उन्होंने स्पष्ट कहा है कि संभावित प्रत्याशी अपने-अपने निर्धारित दिन और समय पर ही उपस्थित हों।
यह साक्षात्कार स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक के तहत होगा, जिसकी कमान अजय माकन संभालेंगे। सबसे पहले पार्टी के प्रभारी सचिव दावेदारों के साथ बैठकर वर्तमान राजनीतिक परिस्थितियों और स्थानीय मुद्दों पर चर्चा करेंगे। इसके बाद स्क्रीनिंग कमेटी के सामने उम्मीदवार अपना दावा पेश करेंगे।
प्रदेश कांग्रेस मीडिया विभाग के चेयरमैन राजेश राठौड़ के अनुसार, तीनों प्रभारी सचिव अपने-अपने ज़िम्मे वाले जिलों के दावेदारों की पूरी प्रोफ़ाइल और बैकग्राउंड जानेंगे, फिर उसे स्क्रीनिंग कमेटी के सामने रखेंगे।
13 अगस्त को प्रभारी सचिव सुशील पासी और देवेंद्र यादव की मौजूदगी में जिन जिलों के उम्मीदवारों का साक्षात्कार होगा, वे हैं: पश्चिम चंपारण, पूर्वी चंपारण, वैशाली, मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी, शिवहर, गोपालगंज, सीवान, सारण, मधुबनी, दरभंगा, समस्तीपुर, नालंदा, पटना नगर, पटना ग्रामीण-1 और 2, भोजपुर, बक्सर, रोहतास, कैमूर और गया।
14 अगस्त को प्रभारी सचिव देवेंद्र यादव और शहनवाज़ आलम जिन जिलों के दावेदारों से बातचीत करेंगे, उनमें शामिल हैं: जहानाबाद, अरवल, औरंगाबाद, नवादा, शेखपुरा, जमुई, सहरसा, सुपौल, मधेपुरा, अररिया, पूर्णिया, किशनगंज, कटिहार, भागलपुर, बांका, मुंगेर, लखीसराय, बेगूसराय और खगड़िया।
दोनों दिनों के साक्षात्कार में स्क्रीनिंग कमेटी के अध्यक्ष के साथ सभी सदस्य मौजूद रहेंगे। पार्टी का दावा है कि यह प्रक्रिया पारदर्शी होगी और संगठन की रणनीति के अनुरूप सबसे मज़बूत उम्मीदवार को मैदान में उतारा जाएगा।
सदाकत आश्रम में होने वाली यह कवायद न सिर्फ़ टिकट की होड़ का नज़ारा पेश करेगी, बल्कि कांग्रेस के भीतर की सियासी गणित को भी साफ़ कर देगी कि किसके सितारे चमकेंगे और किसके हाथ खाली रह जाएंगे।