Patna-Ara-Sasaram Road Project: पटना से आरा होते हुए सासाराम जाने वाले लोगों को जल्द ही ग्रीनफील्ड फोरलेन सड़क की सौगात मिलने वाली है। इस सड़क के निर्माण की प्रक्रिया केंद्रीय वित्त कमेटी की पीपीपीएसी से मंजूरी मिलते ही शुरू हो जाएगी। अनुमान है कि वित्तीय वर्ष 2024-25 के समाप्त होने से पहले निर्माण के लिए राशि जारी हो सकती है।
क्या है ग्रीनफील्ड फोरलेन सड़क?
यह 120 किलोमीटर लंबी ग्रीनफील्ड फोरलेन सड़क होगी, जो नई सड़क के रूप में बनाई जाएगी। इस परियोजना को 27 सितंबर को प्रधानमंत्री गति शक्ति योजना के तहत स्वीकृति मिली थी। निविदा प्रक्रिया जारी है, और 6 मार्च तक आवेदन जमा करने की अंतिम तिथि है।
पटना आने के लिए आरा बाजार से होकर नहीं जाना पड़ेगा
इस फोरलेन सड़क के बनने से लोगों को आरा शहर में घुसे बिना पटना और सासाराम के बीच सीधा सफर करने का मौका मिलेगा। इससे यातायात जाम से मुक्ति और समय की बचत होगी। साथ ही, भोजपुर के दक्षिणी हिस्से से पटना आने वाले वाहन बिना आरा बाजार में गए हुए पटना पहुंच सकेंगे।
इन जिलों को मिलेगा सीधा लाभ
इस नई सड़क परियोजना से पटना, भोजपुर, अरवल, रोहतास, और सासाराम के जिलों को सीधा लाभ मिलेगा। इसके साथ ही नौबतपुर, अरवल, सहार, पीरो, हसन बाजार, संझौली, और नोखा जैसे इलाकों में सड़क कनेक्टिविटी बेहतर होगी। इस परियोजना के तहत, पटना-आरा-सासाराम फोरलेन का विस्तार वाराणसी-कोलकाता एक्सप्रेस-वे तक भी किया जाएगा।
पटना में कहां से शुरू होगी सड़क?
यह फोरलेन सड़क पटना के कन्हौली से एनएच-131 जी के पास सदीसोपुर से शुरू होगी। इसके बाद यह सोन नदी पर पुल बनाकर आरा के असनी और गड़हनी को पार करते हुए सासाराम के पास एनएच-19 से जुड़ेगी, जो वाराणसी जाने वाली सड़क है।
परियोजना का निर्माण दो चरणों में
इस सड़क का निर्माण दो चरणों में किया जाएगा:
पहले चरण में सासाराम से आरा के बीच 75 किलोमीटर लंबी सड़क बनेगी।
दूसरे चरण में आरा से पटना के बीच 45 किलोमीटर लंबी सड़क बनाई जाएगी।
परियोजना के लिए 550 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण किया जाएगा, जिसमें 760 करोड़ रुपये का खर्च होगा। इसके लिए सोन नदी पर लगभग 3 किलोमीटर लंबे फोरलेन पुल का भी निर्माण होगा। इस सड़क को एनएच-119 ए का दर्जा दिया गया है।
पटना-आरा-सासाराम ग्रीनफील्ड फोरलेन सड़क परियोजना
पटना-आरा-सासाराम ग्रीनफील्ड फोरलेन सड़क परियोजना न केवल यातायात को सुगम बनाएगी, बल्कि समय की बचत और विकास को भी बढ़ावा देगी। इसके निर्माण से पूरे क्षेत्र को आर्थिक और सामाजिक लाभ मिलेगा।