Corona: पटना में कोरोना की वापसी! 14 महीने बाद फिर मिले दो नए केस, एक भर्ती तो दूसरा OPD में
Corona: पटना से एक बार फिर चिंता बढ़ाने वाली खबर सामने आई है।कोरोना वायरस ने दोबारा दस्तक दे दी है।

Corona: पटना से एक बार फिर चिंता बढ़ाने वाली खबर सामने आई है। करीब 14 महीने की शांति के बाद कोरोना वायरस ने दोबारा दस्तक दे दी है। राजधानी के चर्चित पारस अस्पताल में दो नए मरीज कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं, जिससे स्वास्थ्य महकमा अलर्ट मोड में तो नहीं आया, लेकिन आम लोगों में बेचैनी जरूर बढ़ गई है।
पारस अस्पताल के डॉक्टर के अनुसार चार दिन पहले दो मरीज अस्पताल पहुंचे थे।एक मरीज को सर्दी, खांसी और सांस लेने में तकलीफ की शिकायत थी, उसे OPD में ही देखा गया।जबकि दूसरे मरीज की हालत गंभीर थी, जिसे अस्पताल में भर्ती करना पड़ा।जांच करने पर दोनों कोरोना पॉजिटिव निकले।अच्छी बात ये रही कि भर्ती मरीज की हालत में सुधार हुआ और तीन दिनों में ही उसे डिस्चार्ज कर दिया गया।एक मरीज ने खुद भी सावधानी बरतते हुए कंकड़बाग के एक प्राइवेट लैब में दोबारा टेस्ट करवाया, जहां फिर से रिपोर्ट पॉजिटिव ही आई। लैब के डॉक्टर ने बताया कि मरीज ने 22 मई को सैंपल दिया था।
अब भी नहीं शुरू हुई फ्री कोरोना जांच!
सबसे हैरानी की बात ये है कि पटना के किसी भी सरकारी अस्पताल में फिलहाल कोरोना की जांच मुफ्त में नहीं हो रही।पिछले एक साल से यह सुविधा बंद है।सिविल सर्जन कार्यालय के एक वरीय अधिकारी ने बताया कि सरकार से कोई आदेश नहीं आया है।जैसे ही आदेश मिलेगा, नि:शुल्क जांच शुरू की जाएगी।
जेब पर भारी टेस्ट!
निजी लैब में कोरोना की जांच कराना भी अब आसान नहीं रहा।एक RT-PCR टेस्ट के लिए लोगों को 1000 से 1400 रुपये तक खर्च करने पड़ रहे हैं।यही वजह है कि संक्रमण के लक्षण होने के बावजूद कई लोग जांच से बचना चाह रहे हैं।
क्या करना चाहिए अब?
अगर सर्दी, खांसी या सांस की दिक्कत हो तो डॉक्टर से संपर्क करें।भीड़भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचें।मास्क पहनें और हाथों की सफाई पर ध्यान दें।लक्षण नजर आते ही जांच जरूर कराएं, भले ही इसके लिए कुछ खर्च करना पड़े।कोरोना भले ही सुर्खियों से गायब हो गया हो, लेकिन वायरस ने ये साफ कर दिया है कि वो कहीं गया नहीं है। समय आ गया है कि हम फिर से सतर्कता की चादर ओढ़ लें, वरना एक छोटी सी चूक भारी पड़ सकती है।