PATNA - बिहार के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान आज महिला स्वराज को लेकर लगाए गए हाट में शामिल हुए। इस दौरान आरिफ मोहम्मद खान ने कहा कि महिलाओं के बिना किसी भी परिस्थिति में इस सृष्टि की कामना नहीं की जा सकती।
उन्होंने कहा कि महिलाओं को आज अबला कहा जाता है यह दुर्भाग्य की बात है। महिला अगर है तो यह सृष्टि है और मेरा तो यह दावा है कि महिला पुरुष से कहीं ज्यादा आगे हैं ।
तो यह होती है महिला...
आरिफ मोहम्मद खान ने कहा कि आप इतिहास उठा करके देख लीजिए आपको समझ में आ जाएगा कि आखिर महिलाओं का क्या रोल है। आरिफ मोहम्मद खान है कहा कि मैं जिस समय कोरोना था उसे समय मेरे राज भवन के ठीक सामने एक बस स्टैंड था वहां एक नर्स अपने चार महीने के बच्चे के साथ खड़ी थी और एक एक व्यक्ति आया। वह गिर गया। नर्स ने कुछ नहीं देखा तत्काल उसका उपचार किया और एंबुलेंस में गया। उसके साथ अपने 4 महीने के बच्चे को लेकर गई 4 घंटे तक उसके साथ रही उसका इलाज कराया और बाद में डॉक्टर ने बताया कि अगर इस समय पर नहीं लाया गया होता तो निश्चित तौर पर इसकी जान चली जाती।
तो महिला यह होती है इसलिए महिला को नजरअंदाज करके समझ नहीं बनाया जा सकता और महिला के बारे में अगर कोई कहता है अबला है तो बिल्कुल गलत है।
रिपोर्ट - नरोत्तम कुमार