PM Modi mother abuse case: पीएम मोदी की मां पर अपशब्द मामला ने पकड़ा तूल! मोहम्मद नौशाद नामक व्यक्ति पर FIR दर्ज
PM Modi mother abuse case: दरभंगा की वोटर अधिकार यात्रा के दौरान पीएम नरेंद्र मोदी और उनकी मां के लिए अपशब्द कहे जाने का मामला थाने पहुंचा। जानें FIR, राजनीतिक बयानबाजी और विपक्ष-भाजपा के बीच बढ़ते टकराव की पूरी कहानी।

PM Modi mother abuse case: दरभंगा जिले में विपक्षी गठबंधन ‘वोटर अधिकार यात्रा’ के दौरान एक मंच से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी स्वर्गीय माता जी के खिलाफ आपत्तिजनक शब्द बोले गए। यह घटना 27 अगस्त को हुई, जब राहुल गांधी, प्रियंका गांधी वाड्रा और तेजस्वी यादव यात्रा में शामिल थे।
हालांकि, यह अपशब्द राहुल या तेजस्वी ने नहीं कहे, बल्कि मंच पर मौजूद मोहम्मद नौशाद नामक व्यक्ति ने माइक पर बोले। शुरू में किसी ने ध्यान नहीं दिया, लेकिन जैसे ही वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, मामला तूल पकड़ गया। नौशाद ने बाद में माफी मांगी, लेकिन भाजपा ने इसे “पूर्वनियोजित रणनीति” बताया।
FIR दर्ज, भाजपा ने की कड़ी कार्रवाई की मांग
भाजपा जिलाध्यक्ष आदित्य नारायण चौधरी उर्फ मन्ना ने साइबर थाने में मोहम्मद नौशाद समेत अन्य पर प्राथमिकी 466/25 दर्ज कराई है। उनका कहना है कि यह केवल प्रधानमंत्री का नहीं बल्कि पूरे देश का अपमान है।भाजपा कार्यकर्ताओं में जबरदस्त गुस्सा देखा गया। कई जगहों पर राहुल गांधी और तेजस्वी यादव का पुतला जलाया गया। जिलाध्यक्ष ने चेतावनी दी कि पार्टी और सबूत जुटा रही है और एक और एफआईआर दर्ज कराई जाएगी।
बीजेपी बनाम INDIA गठबंधन
इस विवाद ने बिहार की राजनीति में गरमा-गरमी बढ़ा दी है।सम्राट चौधरी (उपमुख्यमंत्री, बिहार) ने कहा कि यह राजद की “गुंडागर्दी” है और कांग्रेस सत्ता की चाह में इसे सहन कर रही है।नित्यानंद राय (केंद्रीय गृह राज्य मंत्री) ने राहुल गांधी और तेजस्वी यादव से माफी की मांग की।भाजपा प्रवक्ता दानिश इकबाल ने आरोप लगाया कि इंडिया गठबंधन नेताओं ने मंच साझा करने के लिए एमके स्टालिन और रेवंत रेड्डी जैसे नेताओं को बुलाया, जो पहले भी बिहार और प्रधानमंत्री पर अपमानजनक टिप्पणी कर चुके हैं।वहीं, कांग्रेस और राजद ने भी मोर्चा खोला।कांग्रेस प्रवक्ता असित नाथ तिवारी ने कहा कि गाली-गलौज की असली राजनीति भाजपा करती है, कांग्रेस नहीं।राजद प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि इतनी बड़ी भीड़ में कौन किस पार्टी का समर्थक था, यह बताना मुश्किल है। भाजपा ही हमेशा भाषा की शिष्टता का उल्लंघन करती रही है।
सोशल मीडिया और माफी का पहलू
विवाद का केंद्र वह वायरल वीडियो है जिसमें अपशब्द स्पष्ट सुने जा सकते हैं, लेकिन बोलने वाला कैमरे में नहीं दिखता। मंच पर मौजूद अन्य लोगों ने उसे फटकार लगाई। बाद में आरोपी ने माफी माँगते हुए वीडियो जारी किया।भाजपा इसे “पहले गाली दिलवाना और फिर वीडियो से बचाव करना” वाली रणनीति बता रही है। दूसरी ओर, विपक्षी दल कह रहे हैं कि यह किसी “छिपे एजेंडे” के तहत भाजपा का प्रोपेगैंडा भी हो सकता है।